प्रतिवर्ष 10 मिलीयन रोजगार सृजित करेगा बैंक
udaipur. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की वार्षिक कारोबार योजना 2013-14 तीन दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन होटल इंदर रेजीडेंसी में विशेष रूप से वार्षिक कारोबार योजना पर चर्चा की गई। अध्यक्षता बैंक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डी. सरकार ने की। सरकार ने कारोबार लक्ष्य 2013-14 की चर्चा की।
सरकार ने बताया कि बैठक में विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए बताया कि बैंक ने सकल घरेलू उत्पाद में एमएसएमई सेक्टर की वृद्धि दर को 16 से बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने एवं प्रतिवर्ष 10 मिलियन रोजगार सृजित करने का लक्ष्य रखा है। वर्ष 2012-13 में एमएसएमई क्षेत्र में बैंक ने अच्छी वृद्धि दर्ज की है, जिससे हमें इस वर्ष भी अच्छे अवसर मिलने की संभावना है। निजी क्षेत्रों द्वारा अपेक्षाकृत अधिक निवेश करने की उम्मीद है जिससे बैंकिंग क्षेत्र में कारोबार वृद्धि के अच्छे अवसर होंगे।
रिटेल क्षेत्र में यूनियन बैंक का कारोबार कुल अग्रिम के 10 प्रतिशत के आसपास है जो कि समकक्ष बैंकों की तुलना में काफी कम है। क्षेत्र की संभावनाओं को देखते हुए वित्तीय वर्ष 2013-14 को रिटेल लेंडिंग वर्ष के रूप में मनाएंगे। इस वर्ष बैंक कासा, आस्ति गुणवत्ता, उद्देश्यपरक एवं लाभप्रद वित्तीय समावेशन एवं सिस्टम और नियंत्रण पर विशेष ध्यान देगा।
उन्होनें बताया कि बैंक का कृषि क्षेत्र पर फोकस जारी रहेगा, हालांकि बैंक ने पिछले वर्ष प्रत्यक्ष कृषि अग्रिमों में अच्छी प्रगति की है तथापि हम भारतीय रिजर्व बैंक के एएनबीसी के 18 प्रतिशत के मानदंड से पीछे हैं, जो हमारी लाभप्रदता को प्रभावित करता है. इसके अलावा, हमने सरकार को आश्वासन दिया है कि हम इस कमी को अगले 2 वर्षों में पूरा करेंगे. चूंकि वित्तीय वर्ष के 2013-14 के बजट में ब्याज सबवेंशन योजना का विस्तार निजी क्षेत्र के बैंकों को भी करने की घोषणा की है, इसलिए हमें उनसे कड़ी चुनौती मिलेगी। इस वर्ष सामान्य मानसून रहने की संभावना है, इसलिए हमें इसमें व्याप्त अवसरों का पूरा लाभ उठाने का प्रयास करना चाहिए। हमारा ध्यान कार्पोरेट क्रेडिट क्षेत्र में ऋण वितरण से पूर्व पर्याप्त निगरानी व्यवस्था लागू करने एवं प्रोजेक्ट का गहराई से अध्ययन करने की ओर होगा। अर्नाकुलम जिले में लागू उद्देश्यपरक वित्तीय समावेशन कार्यक्रम को भारत सरकार एवं भारिबैं ने काफी सराहा है. इस क्षेत्र में हम जो भी काम करेगें, उसमें इस मॉडल का उपयोग किया जाएगा. श्डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर योजना को सरकार ने 31.12.2014 तक पूरे देश में लागू करने की घोषणा की है. हमारा भी प्रयास होगा कि हम इस योजना में सक्रिय भूमिका निभाएं।े
वैकल्पिक डिलीवरी चैनल को भी तेज करने की आवश्यकता है. 2012-13 तक हमारे बैंक के 100 टॅाकिंग एटीएम सहित 4603 एटीएम हैं, जिसे सरकार एवं निजी क्षेत्र दोनों ने सराहा है। इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एसएमएस बैंकिंग आदि में भी उपलब्ध क्षमताओं का पूरा उपयोग नहीं हुआ है. इससे हमारी परिचालन लागत में कमी आती है इसलिए अधिक से अधिक ग्राहकों के बीच इसे लोकप्रिय बनाने की आवश्यकता है, जिसमें सभी यूनियनाइट्स का सहयोग अपेक्षित हैं।
सिस्टम एवं कंट्रोल को सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता के प्रति अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने अपने पहले उद्बोधन में ही सचेत किया था. उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि इस दिशा में कई महत्वपूर्ण प्रयास किए गए हैं. बैंकिंग क्षेत्र में धोखाधड़ी की घटनाओं की बढ़ती दर के परिप्रेक्ष्य में सिस्टम और कंट्रील को और अधिक सख्त बनाने की आवश्यकता है जिससे इसमें व्याप्त जोखिम को कम किया जा सके.
भारतीय रिजर्व बैंक जोखिम आधारित निगरानी व्यवस्था एवं आंकड़ो के स्वचालित प्रवाह पर जोर दे रहा है, जिससे आंकड़ो को तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण बनाया जा सके. इस दिशा में हमें अपने सिस्टम में आंकड़ो गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर देना होगा, जिससे विनियामकों को दी जाने वाली सूचनाएं तथ्यपरक हों। सतर्कता संबंधी गतिविधियों में की सुधार हुआ है, तथापि इस वर्ष शाखाओं एवं कार्यालयों के निरीक्षण के द्वारा निवारक उपायों को और अधिक सक्रिय बनाने पर जोर दिया जाएगा। गैर निष्पादक आस्तियों में काफी कमी आई है. बैंक द्वारा नियमित अनुश्रवण के द्वारा नए स्लिपेज को रोकने में मिली सफलता के अच्छे परिणाम मिले हैं, जिसे जारी रखा जाएगा। इस वित्तीय वर्ष में बैंक की 300 नई शाखाएं खोलने की योजना है, जिसमें से 75 टीयर-5 एवं टीयर-6 क्षेत्रों में होंगी. इससे हमारी शाखाओ की संख्या बढक़र 3800 से अधिक हो जाएगी. विगत वर्ष हमने 6 क्षेत्रीय कार्यालय एवं इस वर्ष में अक तक वाराणसी में एम महा प्रबंधक कार्यालय खोले हैं, जिससे बैंकिंग गतिविधियों पर अधिक प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके. कारोबार की आवश्यकताओं के अनुरूप क्षेत्रीय कार्यालयो का और अधिक विस्तार किया जाएगा। बैंक विदेशों में भी कारोबारी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए और शाखाएं खोलने हेतु प्रयास करेगा। विगत वर्षों में विदेशों में हमारी गतिविधियां काफी तेजी से बढ़ी हैं. 2008 में हांगकांग शाखा खोलने के बाद बैंक ने मार्च 2013 में दुबई में दूसरी शाखा खोली है. हम इस वर्ष आस्ट्रेलिया में सिडनी और बेल्जियम में एंटवर्प में शाखाएं तथा लंदन में प्रतिनिधि कार्यालय खोलने हेतु प्रयत्नशील हैं। हमारा प्रयास मानव संसाधन को और अधिक कुशल बनाने पर है. बैंक ने सक्शेसन योजना तैयार की है. शाखा विस्तार की योजना के साथ बैंक देश एवं विदेश में भी नई नियुक्तियां करने जा रहा है. नई कार्यनिष्पादन मूल्यांकन प्रणाली हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसका कार्यान्वयन सभी स्त्रों पर करना है। नए भर्ती स्टाफ टेक्नो सेवी हैं और उनको समुचित मार्गदर्शन देने की आवश्यकता है, जिसके लिए बैंक ने सघन मानव संसाधन नीति तैयार की है. बैंक ने शाखा प्रबंधको को और अधिक कुशल एवं उच्च दायित्व लेने के लिए फ्यूचर लीडर बनाने पर भी कार्य कर रहा है. बैंक ने वर्ष 2013-14 में 530000 करोड़ का व्यवसाय अर्जित करने का लक्ष्य तैयार किया है एवं आशा व्यक्त की है कि समर्पित स्टाफ सदस्यों के सहयोग से इसे अवश्य हासिल किया जा सकेगा.