Udaipur. उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा चेम्बर भवन में जेडडीएच/सीक्वा पार्टनरशिप प्रोजेक्ट पर हुई बैठक में उत्तवर भारत में सीक्वा द्वारा पांच औद्योगिक एवं व्यावसायिक चेम्बर्स/एसोसिएशंस के साथ संचालित परियोजना पर चर्चा की गई। इनमें यूसीसीआई भी सम्मिलित है।
प्रोजेक्ट चेयरमेन कुमट ने बताया कि सीक्वा के सहयोग से यूसीसीआई द्वारा परियोजना के प्रथम चरण के अर्न्तगत चेम्बर सदस्यों के लिये व्यक्तित्व विकास, प्रबन्धन कौशल, नेटवर्किंग आदि विषयों पर विभिन्न कार्यशालाओं के साथ-साथ यूसीसीआई की कैपेसिटी बिल्डिंग हेतु आधारभूत सुविधाओं के विकास से सम्बन्धित कई योजनाओं को अमल में लाया गया। बैठक में जेडडीएच/सीक्वा पार्टनरशिप प्रोजेक्ट के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरुणाचलम कार्तिकेयन एवं प्रोजेक्ट मैनेजर रवि अग्रवाल उपस्थित थे।
जेडडीएच/सीक्वा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कार्तिकेयन ने बताया कि चेम्बर द्वारा हाथ में ली जाने वाली भविष्यर की योजनाओं तथा चेम्बर की सदस्य लघु एवं मध्यम स्तर की औद्योगिक इकाईयों (एमएसएमई) को चेम्बर द्वारा उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न सेवाओं से चेम्बर एवं चेम्बर सदस्यों की क्षमताओं में गुणात्मक वृद्धि सीक्वा द्वारा तय मानदण्डों के अनुसार पूरा किया जाना जरूरी है। इसके लिये सीक्वा द्वारा यूसीसीआई की प्रस्तावित कार्य योजनाओं एवं गतिविधियों का प्रतिवर्ष आकलन किया जायेगा। कार्तिकेयन ने बताया कि यूसीसीआई द्वारा वर्ष के दौरान प्रकाषित की गई डायरेक्ट्री की जर्मनी के वाणिज्य मंत्रालय के मंत्री एवं सीक्वा जर्मनी के अधिकारियों द्वारा सराहना करते हुए इसे अन्य एसोसिएषन के लिये एक प्रेरणास्पद उदाहरण बताया।
मोगरा ने हानिकारक अपशिष्टर प्रबंधन से सम्बन्धित सरकारी नियमों एवं नीतियों का समावेश करते हुए चेम्बर द्वारा एक निर्देशिका का प्रकाशन करने का निर्णय किया। साथ ही वर्ष के दौरान विभिन्न विशयों पर सम्पूर्ण जानकारी से युक्त तीन अन्य निर्देशिकाओं के प्रकाशन का निर्णय भी किया गया। मोगरा ने बताया कि दिल्ली एवं जयपुर में सरकार के साथ समन्वय के लिये उच्च अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी।
यूसीसीआई की ओर से बैठक में सलाहकार के. एस. मोगरा, पूर्वाध्यक्ष रमेश चौधरी, वरिष्ठक उपाध्यक्ष विनोद कुमट, उपाध्यक्ष डॉ. अंशु कोठारी, मानद महासचिव आशीष छाबड़ा, मानद कोषाध्यक्ष जी. एस. सिसोदिया, निवर्तमान अध्यक्ष सी. पी. तलेसरा, पूर्वाध्यक्ष बी. एच. बाफना, जेडडीएच/सीक्वा कमेटी के सदस्य प्रशांत जैन, अरविन्द मेहता, जतिन नागौरी ने भाग लिया।
बैठक में उद्योगों की कार्यशैली में गुणात्मक सुधार लाने के लिये प्रस्ताव दिए गए। इनमें यूसीसीआई में कौशल उन्नयन सेल स्थापित कर उद्योगों/प्रतिष्ठा नों में कार्यरत कर्मचारियों के कौशल उन्नयन हेतु विषय विशेषज्ञ आमंत्रित कर प्रषिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करना, आयात एवं निर्यात मार्गदर्शन सेल की स्थापना, ऊर्जा ऑडिट एवं कार्बन क्रेडिट रेटिंग हेतु विशेषज्ञ सेवाएं, पुरानी एवं अतर्क संगत सरकारी नीतियों को बदले जाने हेतु विषेशज्ञ सलाहकार सेल की स्थापना, सरकारी विभागों से सम्बन्धित समस्याओं के निराकरण हेतु विषेशज्ञ सेवाएं उपलब्ध कराना, सूचना प्रौद्योगिकी आधारित सेवाएं, सामूहिक मोल-भाव द्वारा सदस्यों को न्यूनतम कीमत पर उत्पाद अथवा सेवाएं उपलब्ध कराना, लायब्रेरी की स्थापना, सदस्य संगठनों को आई.एस.ओ. सर्टीफिकेशन हेतु मार्गदर्शक सेल का गठन करना आदि प्रमुख हैं।