अक्षय तृतीया पर सेमटाल में हुए पारणा महोत्सव में श्रद्धालुओं का लगा मेला
Udaipur. एक वर्ष तक प्रतिदिन एक उपवास करने वाले 43 तपस्वियों का सामूहिक पारणा कार्यक्रम गुरु पुष्कर तीर्थ पावन धाम की ओर से गोगुन्दा के सेमटाल गांव में किया गया। गणेश मुनि ने तपस्वियों का चांदी की कटोरी में इक्षुरस से पारणा करवाया।
उन्होंने णमोकार मंत्र का जाप करवाते हुए दान की भावना का सदैव मन में बनाये रखने का आशीर्वाद दिया। पावनधाम में अतिथियों द्वारा स्वागत भवन का शिलान्यास किया गया। अगला पारणा गौशाला में करने की घोषणा की गई। समारोह में गणेश मुनि महाराज ने कहा कि दान रूपी कल्पवृक्ष के नीचे बैठने वाला व्यक्ति कभी भूख नहीं रहता है। किसी को भी किया हुआ दान कभी व्यर्थ नहीं जाता है। दान देने वाले व लेने वाले दोनों का अपना महत्व है। दान की परम्परा त्रियांश कमार से प्रारम्भ हुई जो आज तक अनवरत रूप से जारी है। उन्होंने कहा कि इस पावन धाम को तीर्थ बनाने में सर्वाधिक योगदान स्व.मांगीलाल ओरडिय़ा व ललित ओरडिय़ा का रहा है। समारोह के गौरव नवकार मंत्र संघ नई दिल्ली के महामंत्री डी. सी. छाजेड़ ने स्व. ओरडिय़ा को प्रदान किये गये सम्मान पत्र का वाचन किया।
संजय भण्डारी ने बताया कि पावनधाम की ओर से समारोह के अध्यक्ष भानपुरा के पूनमचन्द राठौड़, ध्वजारोहणकर्ता रामचन्द्र मादरेचा, समारोह गौरव सांकलचन्द लुंकड़, डी. सी. छाजेड़, विशिष्टी अतिथि जिला प्रमुख मधु मेहता, तिलक जैन, प्रकाश सिंघवी, बाबूलाल, सुन्दरलाल लोढ़ा, देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला व महापौर रजनी डांगी का उपरना ओढा़कर, स्मृतिचिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गया। साथ ही सभी तपस्वियों का माल्यार्पण कर शॅाल ओढ़ाकर, प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर डॅा. राजेन्द्र मुनि का चातुर्मास सूरत में घोषित किया गया। गांवों व अन्य राज्यों से आये हजारों श्रद्धालुओं को प्रवर्तक गुरुदेव गणेश मुनि, उप प्रवर्तक डा. राजेन्द्र मुनि, उपाध्याय रमेश मुनि, जिनेन्द्र मुनि, दीपेश मुनि, साध्वी डॅा. दिव्यप्रभा, मंगल ज्योति, मंजिता श्रीजी का पावन सानिध्य मिला।
भंवर सेठ ने बताया कि इक्षुरस के लाभार्थी सूरत के बाबूलाल-कस्तुरी बाई, चांदी की कटोरी-चम्मच के लाभार्थी भंवरलाल-कमलादेवी, अल्पाहार के सुरेशकुमार-सुशीलादेवी, सम्मानपत्र के चुन्नीलाल भोगर लाभार्थी होंगे। ओरडिय़ा ने बताया कि आगन्तुकों की संख्या को देखते हुए गर्मी के मौसम में उसी अनुसार व्यापक रूप से व्यवस्था की गई। समाजसेवी तिलक जैन, प्यारचन्द व जसवंतगढ़ निवासी चुन्नीलाल तलेसरा ने बोलियां ली। प्रारम्भ में निर्मला जैन ने मंगलाचरण प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरूआत की।