निराश्रित बालकों ने देखा ‘जयसमंद’
Udaipur. आलोक व आदिनाथ पब्लिक स्कूल (अंग्र्रेजी माध्यम) में पढ़ने वाले नारायण सेवा संस्थान के बलीचा ग्राम स्थित निराश्रित बालगृह ‘‘अपना घर’’ के 38 बालकों को एशिया की सबसे बड़ी कृत्रिम झील जयसमंद ले जाया गया। जयसमन्द को पहली बार देखते ही उनके मुंह से निकल पड़ा ‘‘वाह! इतना बड़ा तालाब’।
बच्चों ने वर्ष 2012-13 की विभिन्न परीक्षाओं में 95 से 98 प्रतिशत तक अंक हासिल किये। शैक्षिक भ्रमण के दौरान उन्होंने जयसमन्द अभयारण्य भी देखा। ये बच्चे 2 वर्ष पहले कोटड़ा जैसे पिछडे़ गांव में अपने माता-पिता को खोकर अपने रिश्ते2दारों के घर एवं खेतों में काम करते थे। गर्मी की छुट्टियों में ये बच्चे कम्प्यूटर, मिट्टी के खिलौने एवं संगीत की ट्रेनिंग भी ले रहे है। इस शैक्षिक भ्रमण के दौरान बच्चों के साथ उनके प्रभारी कंचन चटर्जी भी थे जिन्होंने बच्चों को झील के इतिहास और निर्माण की जानकारी दी।