udaipur. राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय, सिंधी बाजार में द्वितीय नशा निवारण शिविर आज बुधवार को आयोजित किया गया। शिविर में शराब, स्मैक, गुटखा, तम्बाकू, कफ सिरप के 20 नशावान को परामर्श दिया गया साथ ही लघु प्रदर्शनी का भी वर्णन करते हुए नशे के दुष्प्रभाव बताये गये।
शिविर में नशा निवारण चिकित्सक डॉ. पी. सी. जैन ने आगामी वर्षाकाल में नगर में विराजने वाले साधु सन्तो से अपील की है कि वे लोगो को नशावान लोगो को गोद लेकर व उनका पूरा इलाज का खर्च उठाने के लिए प्रेरित करें। यही सच्चा व्यक्ति निर्माण होगा कि भटके हुए व्यक्ति को सही मार्ग पर लावे ताकि समाज में अपराध व दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सकें। आयुर्वेद चिकित्सा प्रभारी वैद्य शोभालाल औदीच्य ने बताया कि नशे को पादांश क्रम से त्याग करने से इसके दुष्प्रभाव नही आते एवं व्यक्ति हमेशा के लिए दुव्यर्वसनो से दूर हो जाता है। अतः सभी युवाओं से अपील की है कि वह नशे की लत में नही पडे जिससे शरीर ही नही मन भी स्वस्थ रह सके एवं समाज, देश एवं परिवार का विकास हो सके। शिविर में रूकमणी कलासुआ, रूकमणी परमार, इन्दिरा डामोर, शंकरलाल मीणा, गजेन्द्र कुमार आमेटा ने सहयोग प्रदान किया।