राज्य मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष के आश्वासन से खुशी
Udaipur. राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष एच. आर. कुडी़ ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में जब व्ययक्तिगत मामलों में पीडि़तों से जिस तरह सहानुभूतिपूर्वक सुनवाई की, पीडि़तों को लगा, मानों समस्या ही हल हो गई।
दो दर्जन से अधिक प्रकरणों में कुड़ी ने व्यक्तिगत एवं सामूहिक पक्षों की सुनवाई की। सुनवाई के दौरान डॉ.राजेन्द्र राजदान एवं अन्य शहरवासियों ने झीलों के समुचित संरक्षण के ठोस उपायों एवं प्रदूषणमुक्त रखने का पक्ष रखा जिस पर कुडी़ ने कहा कि झीलों को संरक्षित रखने का मुद्दा स्थानीय नहीं होकर जन-जन का मुद्दा है। इसके लिये साझा प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने इस दिशा में आयोग द्वारा सकारात्मक सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने अतिरिक्त जिला कलक्टर बी. आर. भाटी से कहा कि वे सतर्कता समिति के माध्यम से प्रशासन समस्याओं का तत्काल निस्तारण करने के प्रयास करें। कई प्रकरण उन्होंने आयोग के अधीन रखते हुए कार्यवाही की व्यवस्था दी। उनसे कई जनप्रतिनिधियों ने भी क्षेत्रीय समस्याएं लेकर मुलाकात की।
उन्होंने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए बताया कि राज्य मानवाधिकार आयोग ने उदयपुर में 33 प्रकरण सुने जिनमें से 80 फीसदी का निस्तारण कर दिया गया। राज्य स्तर पर आयोग ने एक वर्ष में 10 हजार से अधिक प्रकरण निस्तारित किए है जबकि 4000 विचाराधीन हैं। उन्होंने जनजाति क्षेत्र में व्याप्त मौताणा जैसी कुरीति को दूर करने के लिए पुलिस द्वारा अहम भूमिका की जरुरत बताई।