आलोक संस्थान का 46 वां स्थापना दिवस
Udaipur. आलोक संस्थान का 46 वां स्थापना दिवस रानी रोड स्थित रोटरी बजाज भवन में धूमधाम से मनाया गया। 29 जून, 1967 को संस्थान की स्थापना करने वाले फाउंडर-चेयरमैन श्यामलाल कुमावत ने कहा कि संगठन अपने कार्यशैली के आधार पर खड़ा होता है। जिन मूल्यों एवं आदर्शों को लेकर संगठन चलता है, उसी के आधार पर उसकी नींव मजबूत होती है।
आलोक ने जिन आदर्शों, संस्कृति और संस्कार के मूल्यों की स्थापना कर जिस प्रकार आगे बढ़ाया, आज 46 वर्ष की यात्रा में उनको कभी पिछड़ने नहीं दिया। इसलिए ‘आलोक’ की एक अलग पहचान समाज में बनी है। अध्यरक्षता करते हुए निदेशक ने डॉ. प्रदीप कुमावत ने सभी छात्र, छात्राओं एवं अध्यापकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षण संस्थाओं का काम केवल शिक्षा देना नहीं बल्कि समाज को एक दृष्टि देना भी है।यह एक महत्वपूर्ण अंग है कि आलोक संस्थान के स्थापना दिवस के अवसर पर जिस प्रकार से समाज के प्रति अपना उत्तरदायित्व आलोक संस्थान निभा रहा है अन्य संस्थाओं को भी निभाने की आवष्यकता है। इस अवसर पर संस्थान की तीनों शाखाओं से श्रीराम पर आधारित भजनों की प्रस्तुतियों ने समा बांधा। संस्थान से जुड़े वैद्य रामेश्व्र प्रसाद कुमावत ने बधाई दी। आलोक संस्थान की प्रथम छात्रा दुर्गा कुमावत, आलोक फतहपुरा की प्राचार्या उषा कुमावत, आलोक पंचवटी की प्राचार्या पुष्पाआ टांक, आलोक हिरण मगरी के उप प्राचार्य शशांक टांक, मैनेजर सुरेन्द्र कुमार टांक, हेमन्त उपाध्याय, तीनों शाखाओं के प्रभारी व तीनों शाखाओं के अध्यापक, अध्यापिकाएं, कार्यालयकर्मी व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।