जगन्नारथ धाम में हुई भजन संध्या
Udaipur. उड़ीसा के पुरी की तर्ज पर शहर में निकाली जाने वाली जगन्नानथ रथयात्रा की तैयारियां जोरों पर है। जगदीश मंदिर में पुलिस जाब्ते की तैनाती की गई है वहीं हिरणमगरी सेक्टिर 7 स्थित जगन्नामथ धाम में मंगलवार को भगवान जगन्नाहथ का प्राकट्योत्स व मनाया जाएगा।
आरएमवी रोड पर 21 हजार दीयों से की जाने वाली महाआरती की तैयारियां हो रही हैं। इससे पहले शनिवार रात यहां हुई भजन संध्या में 300 से अधिक मौजूद श्रद्धालु झूम उठे। भजन मण्डली ने एक से एक बढ़कर भजन सुनाकर भक्तों को भाव विभोर कर दिया। यहां से भगवान स्वर्ण रथ में विराजित होकर नगर भ्रमण करेंगे। सबसे लम्बी जगन्नाथ रथयात्रा होगी। 22 किमी लम्बी यह रथयात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होकर जगदीश चौक में मुख्य रथ से जुड़ेगी तथा फिर से जगन्नाथ धाम पहुंचेगी। भक्तों के लिए रथयात्रा के वापस सेक्टर 7 लौटने पर महाप्रसाद का आयोजन रखा गया है।
मंगलवार को दोपहर 12.30 बजे भगवान जगन्नाथ का प्राकट्य होगा। भगवान जगन्नाथ का महास्नान ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को होता है। इस दिन भगवान की चारों मूर्तियां (बलभद्रजी, सुभद्राजी, जगन्नाथजी एवं सुदर्शनजी) रत्नवेदी से आकर स्नान वेदी में 108 सुवर्णघट जल से स्नान करके गणेश रूप धारण करते हैं। उस दिन से भगवान रत्न सिंहासन पर 15 दिन तक अस्वस्थ रहते है, अतः पट बन्द रहते हैं। आषाढ़ मास की अमावस्यात तक दर्शन नहीं देते तथा औषधि-भोग का ही सेवन करते हैं। आषाढ़ शुक्ल पक्ष एकम को वापस दर्शन देते हैं, भगवान का यह प्राकट्य उत्सव के रूप में होता है। इस दिन भगवान को दोपहर में 12.30 बजे 21 प्रकार के व्यन्जनों को भोग अर्पित किया जायगा, तदुपरान्त सभी भक्तगण प्रसाद ग्रहण करेंगे। आयोजन में मन्दिर समिति के संयोजक राजेन्द्रप्रसाद मिश्रा, अध्यक्ष भूपेन्द्रसिंह भाटी, कोषाध्यक्ष गोपाल सोनी, गिरीश शर्मा, हरीश तोषनीवाल, मनोज उपाध्याय, एन. के. वैष्णव और योगेश शर्मा ने विशेष योगदान दिया।