भीलवाडा़ और सिरोही भी जुडे़ आंदोलन में
Udaipur. हाईकोर्ट खण्डपीठ की उदयपुर में स्थापना को लेकर वर्ष 1982 से चल रहे आंदोलन को अब नई दिशा प्रदान करने हेतु संभाग भर के अधिवक्ताओं का एक वृहद सम्मेलन शनिवार को रोटरी बजाज भवन में होगा।
हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के मीडिया समन्वयक ब्रजेन्द्र सेठ ने बताया कि सम्मेलन में संभाग के अतिरिक्त भीलवाडा़ व सिरोही बार एसोसिएशन सहित सभी तहसीलों के पदाधिकारी भी भाग लेंगे। सम्मेलन दो सत्रों में होगा जिसमें प्रथम सत्र में वर्ष 1982 से हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर अब तक के कार्यक्रमों पर चर्चा होगी। तत्पश्चात दूसरे सत्र में सभी प्रतिभागियों के विचारों के आधार पर छह माह के लिये आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी और उसमें आने वाले विचारों पर प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।
हाईकोर्ट र्बैंच संघर्ष समिति के संभागीय संयोजक रमेश नंदवाना ने बताया कि सम्मेलन में मेवाड़-वागड़ के सभी जिलों व तहसीलों में प्रत्येक माह की सात तारीख को एक समान कार्यक्रम की दृष्टि से विचार किया जाएगा। नंदवाना ने बताया कि आने वाले चुनाव के मद्देनजर सभी राजनैतिक पार्टीयां उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच स्थापना हो, इसे घोषणा-पत्र में शामिल करे, इस हेतु रणनीति एवं कार्यक्रम निर्धारित किया जाए। समिति के संभागीय समन्वयक गौतमलाल सिरोहिया ने बताया कि मेवाड-वागड़ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण आदिवासी लोग संविधान के प्रावधानों के अनुरूप न्याय प्राप्त करने से वंचित हैं। सरकार केवल ढकोसलेबाजी करके क्षेत्र की जनता को उनके वाजिब हक नहीं दे रही है, इसलिए क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ने पूर्व में उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच स्थापना करने का सहयोग का आश्वासन दिया था परन्तु क्षेत्र की वाजिब मांग में सहयोग नहीं करने वाले जनप्रतिनिधियों के खिलाफ ठोस रणनीति बनाई जाएगी। समिति के संभागीय महासचिव शांतिलाल पामेचा ने बताया कि सम्मेलन को सफल बनाने हेतु व्यापक तैयारी की गई है, जिसमें अलग-अलग कमेटियों द्वारा प्रत्येक जिलों एवं तहसीलों में जाकर सम्पर्क किया गया है तथा सभी जिलों से उत्साहवर्धक समर्थन मिला है। भरत वैष्णव ने बताया कि सम्मेलन में करीब 200 अधिवक्ताओं के भाग लेने की संभावना है।