‘टाइगर’ के समर्थन में प्रदर्शन जारी
कलक्टर एवं एसपी ने अभद्रता को बताया मानवीय भूल
‘टाइगर’ कहीं भी हो, वह बेबस नहीं हो सकता लेकिन उदयपुर के ‘टाइगर’ इन दिनों बडे़ विवश हैं। टाइगर यानी पुलिस अधीक्षक। टाइगर वायरलैस की भाषा में बोला जाता हैं। पूर्व के टाइगर की तरह कहीं इनका हश्र भी ऐसा न हो, इसलिए शहरवासी उद्वेलित हैं।
Udaipur. टाइगर (पुलिस अधीक्षक) खुद कुछ नहीं कर पा रहे हैं लेकिन उनके समर्थन में शहर के एनएसयूआई के छात्रों ने केन्द्रीय जेल में मंगलवार को हो रही शूटिंग रुकवाने पहुंच गए। उन पर निजी सुरक्षाकर्मियों तथा कथित रूप से जेल के गार्डों ने भी लाठियां बरसाई। उधर एसपी के समर्थन में विप्र फाउंडेशन ने जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया वहीं जिला जनसंपर्क अधिकारी के मार्फत जिला कलक्टर एवं एसपी ने प्रेस नोट जारी कर पुलिस व प्रशासन में मतभेद को नकार दिया है।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों शहर में पूजा भट्ट निर्मित बैड फिल्म की शूटिंग हो रही है। कलक्ट्रे ट में शूटिंग के दौरान शनिवार को सिविल ड्रेस में पुलिस अधीक्षक के साथ शूटिंग टीम ने अभद्रता की थी। इस पर जिला कलक्टर ने पुलिस अधिकारियों को किरायेदार बताते हुए शूटिंग की इजाजत दे दी थी। इसके बाद शहरवासियों में रोष छा गया। मंगलवार सुबह युवा कलक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने प्रदर्शन किया। यहां सुनवाई नहीं होने पर छात्र केन्द्रीय जेल के बाहर पहुंचे जहां प्रदर्शन करने पर पूजा भट्ट के निजी गार्डों एवं जेल के गार्डों ने धक्कामुक्की की। छात्र शूटिंग बंद कराने की मांग करने लगे तो पूजा के गार्डों ने उन पर लाठियां भांजी। मीडियाकर्मियों से भी अभद्र व्यवहार किया गया। इस दौरान सूरजपोल थाने से जाब्ता पहुंचा तब तक छात्र बिखर चुके थे। कलक्ट्रेट पर ब्राह्मण महासभा, मुस्लिम महासभा सहित अन्य समाज संगठनों के लोगों ने प्रदर्शन किया और शूटिंग रुकवाने की मांग की।
उधर कलक्टर विकास एस. भाले एवं पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन मे किसी प्रकार का मतभेद नहीं है और वे आपसी सामंजस्य से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शूटिंग के दौरान घटित घटनाक्रम को लेकर गत दो दिनों से शहर के कई संगठनों द्वारा पुलिस समर्थन की आड़ लेकर किये जा रहे विरोध प्रदर्शन से कानून एवं शांति व्यवस्था भंग होती है। किसी भी संगठन के प्रदर्शनों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उदयपुर शहर अपनी ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक सौन्दर्यता के कारण देश ही नहीं अपितु विश्व मानचित्र पर अपनी विशिष्ट पहचान रखता है, जिससे प्रभावित होकर विदेशी पर्यटकों के साथ लाखों की संख्या में भी देशी पर्यटक उदयपुर घूमने आते हैं। शहर की इसी विशेषता को देखते हुए देश एवं विश्व स्तर की फिल्मों की शूटिंग होती है, जिसके कारण यहॉ आने वाले पर्यटकों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्घि हो रही है, जिससे उदयपुर वासियों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार मिलता है।
पिछले दिनों एक फिल्म की शूटिंग के दौरान मानवीय भूलों को मुद्दा बनाकर कुछ स्वार्थी लोगों द्वारा पुलिस एवं प्रशासन में मतभेद की भ्रान्तियां फैलाकर जनता को गुमराह किया जाकर ज्ञापन एवं प्रदर्शन किये जा रहे हैं, जो उदयपुर की छवि एवं ख्याति के लिए अशोभनीय है। शहर के प्रबुद्घजन से विनम्र अनुरोध है कि ऐसे स्वार्थी लोगों की बातों में आकर अपने शहर की छवि खराब न होने दें। पुलिस एवं प्रशासन पूरी तरह से एकजुट होकर ऐसे स्वार्थी लोग, जो उदयपुर की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं, के विरुद्घ सख्त कार्यवाही कर उदयपुर शहर की छवि को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए प्रतिबद्घ है।