बादलों के कुछ ऐसे ही रहे हालात
Udaipur. कभी तरसाया तो कभी बरसे। कभी खुद चमके तो कभी चमका भी दिया। बादलों के कुछ ऐसे ही हालात शुक्रवार को रहे। सुबह से मौसम सुहाना था। कुछ देर बाद कड़क धूप निकल आई तो लगा कि बारिश तो निकल गई।
दोपहर होते होते एकदम से घना अंधेरा घिर आया और रिमझिम शुरू हो गई। झिरमिर के बाद वापस बारिश रुकी और फिर धूप निकल आई। रिमझिम भी इतनी कि सड़कें भी पूरी गीली नहीं हो पाई। फिर देर शाम को तेज बूंदों के साथ चमकी बिजली और गरजे बादलों ने भारी बरसात की आशंका जताई लेकिन कुछ ही मिनटों में वह भी फुर्र हो गई।
कुछ देर बारिश के बाद चलने वाले घरों के नालदे आभास कराते रहे कि बारिश हुई थी और हो रही है। देर शाम को तो गर्जना इतनी तेज थी कि एकबारगी लगा आज तो जोरदार बारिश होकर रहेगी लेकिन फिर टांय टांय फिस्स..। गुरुवार देर रात और शुक्रवार अलसुबह भी बारिश होती रही। रात भर की बारिश के बाद कहीं कहीं छोटे मोटे पेड़ भी गिर पडे़।