फतहनगर. कस्बे् की मुद्गल वाटिका में चल रही श्रीराम कथा के तीसरे दिन गुरुवार को रामावतार के कारणों पर प्रकाश डालते हुए स्वामी दिलीपदास त्यागी ने कहा कि राक्षसों को मारने के लिए परमात्मा अवतार नहीं लेता वह तो बैकुण्ठ में बैठे-बैठे संकल्प मात्र कर ले तो रावण जैसे राक्षस ही नहीं उनकी सात पीढिय़ां नष्ट हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि परमात्मा का अवतार राक्षसों को मारने के लिए नहीं हुआ अपितु मनुष्य को मानवता का संदेश देने के लिए होता है। अन्य कथाकार कहते हैं कि जब धरती पर रावण, कुंभकरण, हिरण्याक्ष, हिरण्याकश्यप, कंस, शिशुपाल जैसे राक्षस धरती पर पैदा होते हैं तब परमात्मा अवतार लेकर उनका वध करता है, ऐसा नहीं है। शुक्रवार की कथा के दौरान श्रीराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।