Udaipur/फतहनगर. रूणीजा के राजा बाबा रामा पीर के दर्शनार्थ रामदेवरा जाने वाले श्रद्धालुओं का तांता लग गया है। आसपास के ग्रामीण इलाकों से पैदल जत्थे भी जा रहे हैं वहीं जगह जगह इन जातरुओं के लिए श्रद्धालुओं ने रामरसोडे़ भी खोल दिए हैं।
लोगों की आस्था का आलम यह कि कोई नाचता गाता चल रहा है तो कोई लेटता हुआ। हर कोई अपने-अपने तरीके से बाबा को रिझाने का प्रयास कर रहा है। क्षेत्र में सडक़ किनारे रामरसोड़े भी चल रहे हैं। सुखेर में रामरसोड़ा शुरू हो गया जिसमें रामदेवरा जाने वाले श्रद्धालुओं को मनुहार कर खाना खिलाकर रवाना किया गया। फतहनगर में सिद्ध हनुमान मंदिर में रामरसोड़ा चल रहा है जिसमें रोजाना बड़ी तादाद में श्रद्धालु भोजन इत्यादि प्राप्त कर रहे हैं। रात्रि के समय यहां भजनों की धूम मची रहती है। कृषि मण्डी की फाटक के बाहर तो मजदूरों ने अपने श्रम से कमाए पैसों से रामरसोड़ा चलाया है। यहां भी रात्रि के समय भजनों की धूम मची रहती है। मनुहार को लेकर हर जातरू इनका कायल है। ये लोग किसी भी जातरु को बिना नाश्ता किए नहीं जाने देते हैं।
इतना ही नहीं इनकी सेवा का भी कोई मोल नहीं है। बीमार को अस्पताल ले जाना और थके जातरू की सेवा करना इन मजदूरों ने अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लिया है। फतहनगर से गुजरने वाले जातरूओं में अधिकतर मध्यप्रदेश के देहाती इलाकों के निवासी हैं।