Udaipur. संत तो वह होता है जो अपनी सभी भौतिक सुख-सुविधाएं त्याग कर मर्यादित भाषा में आम जनता को नैतिकता के रास्ते पर संदेश देते है, लेकिन आसाराम जैसे संतों ने अपने चरित्र एवं कारगुजारियों से अपराधी एवं संत के बीच का फर्क ही खत्म कर दिया है। ये विचार माकपा पार्षद राजेश सिंघवी ने आसाराम को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर किये गये प्रदर्शन के दौरान व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि सामान्यतः किसी भी साधारण व्यक्ति के विरूद्ध बलात्कार का मुकदमा दर्ज होने पर पीड़िता के बयान होते ही पुलिस द्वारा अपराधी को गिरफ्तार कर लिया जाता है, लेकिन आसाराम के विरूद्ध दर्ज मुकदमें में अब तक गिरफ्तारी नहीं होने से जनता में यह संदेश जा रहा है कि सामान्य व्यक्ति एवं प्रभावी व्यक्ति के लिए कानून अलग-अलग तरह से कार्य करता है जो हमारे संविधान एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है। सभा को सम्बोधित करते हुए एडवोकेट अरुण व्यास ने कहा कि भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी अगर साधु-संत के अलावा अन्य किसी के द्वारा ऐसा अपराध किया जाता तो वह सड़कों पर उसकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन करते, लेकिन यह शर्मनाक एवं दुःखदायी बात है कि वोट बैंक की खातिर भाजपा तो आसाराम के पक्ष में उतर आई है और कांग्रेस पार्टी ने अपना मुंह बंद कर रखा है। उन्होंने कहा कि इससे इन दोनों राजनीकित दलों का चरित्र स्पष्ट होता है कि वह दोहरी नीति को अपनाते है।
सभा को सम्बोधित करते हुए ट्रेड यूनियन कौंसिल के संयोजक पी. एस. खींची ने कहा कि आसाराम जैसे संत समाज में अंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियां फैला समाज को पीछे ले जा रहे है और धर्म के नाम पर महिलाओं और दलितों के साथ असमानता का व्यवहार करने को बढावा दे रहे है। सभा को सम्बोधित करते हुए बार एसोसिएशन की वित्त सचिव स्वाति रॉबर्ट ने कहा कि आसाराम जैसे संत अमर्यादित एवं कानून की धज्जियां उडाने वाली भाषा का प्रयोग कर रहे है, लेकिन सरकार अभी भी उनके समक्ष नतमस्तक है। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार महिलाओं के प्रति संवेदनशील न होकर ढोंगी संतो के सामने नतमस्तक है।
सभा को सम्बोधित नौजवान सभा के जिलाध्यक्ष भीम सिंह सिसोदिया ने कहा कि आसाराम जैसे लोग राजनेताओं एवं प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से कई तरह के गैर कानूनी कार्य कर रहे है, लेकिन दुःख की बात यह है कि जिन पर कानून की पालना की जिम्मेदारी रहती है वहीं इन ढोंगी संतो की गुलामी कर संविधान एवं कानून के साथ खिलवाड़ कर रहे है। सभा को आनन्दी सेवा संस्थान की कला राजमाली, चन्द्र विजय सेवा संस्थान की संस्थापिका रीना यदुवंशी, जनवादी महिला समिति की पूर्व सचिव मंजू सिंघवी, एडवोकेट प्रकाश मेघवाल, मोहनलाल खोखावत, मुनव्वर खान, शहनाज खान आदि ने भी सम्बोधित किया। सभा के पश्चात् जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन देकर तत्काल आसाराम को गिरफ्तार करने की मांग की।