Udaipur. जैसे जैसे पीछोला के जल स्तर में शनै: शनै: वृद्धि हो रही है, लेकसिटी वासियों के दिलों की धड़कनें भी बढ़ रही हैं। हर किसी को पीछोला और फतहसागर के छलकने का इंतजार है।
हालांकि कुछ दिनों से मानसून के तेवर ठण्डेक हो जाने के बाद आस कम पड़ गई थी। लगा था कि हर वर्ष की तरह भादों या उसके बाद ही झीलें लबालब होकर छलकेंगी। दो दिन पूर्व अचानक मानसून ने फिर रंग दिखाया और पानी की आवक में वृद्धि हुई। पीछोला का जलस्तनर साढे़ दस फीट हो चुका है जो कभी भी छलक सकता है। पीछोला में पानी को रोकने के लिए रेती के कट्टे लगाए गए हैं। उधर फतहसागर में पानी की आवक फिलहाल काफी धीमी पड़ गई है।