Udaipur. श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा (श्रुत संवर्धिनी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विकेश मेहता ने कहा कि कई वर्षों से जैन समाज राजनीतिक पार्टियों के हाथों कठपुतली बनता आ रहा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब समाज ने तय किया है कि जो पार्टी समाज को अल्पहसंख्याक का दर्जा देगी, समाज उसी के साथ रहेगा।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि लोकसभा चुनाव पूर्व जैन समाज को अल्पसंख्यक घोषित नहीं किया गया तो अगले वर्ष दिल्ली में दिगम्बर जैन समाज श्वेताम्बर समाज को साथ में लेकर बहुत बड़ा आंदोलन करेगा। वे आज होटल गोरबन्ध में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 11 सितंबर को सलूंबर आ रहे राहुल गांधी को समय मिलने पर समाज को अल्पसंख्यक का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया जाएगा। दिल्ली आन्दोलन के बारे में उन्होंनने बताया कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपने घरों पर ताला लगाकर इस आंदोलन में भाग लेगा। उन्होंने कहा कि देश में एक प्रतिशत आबादी वाला जैन समाज सरकार को सर्वाधिक टेक्स देता है। इसके बावजूद गत 3 वर्षो में देश में 36 मंदिरों में चोरियां हुई। जैन समाज के मन्दिरों को निशाना बनाकर चोर कीमती धातुओं की मूर्तियां चोरी कर रहे है। समाज के प्राचीन मंदिरों को लुटेरों द्वारा लूटा जा रहा है, उन्हें खंडित किया जा रहा है।
केन्द्रीय उपाध्यक्ष नाथूलाल खडुलिया ने राजनीतिक दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीति में समाज पिछड़ रहा है। इस कारण जैन राजनीति मंच का गठन किया गया है। जो पार्टियां जैन समाज को सर्वाधिक टिकट देगी समाज उसी के साथ रहेगा। प्रान्तीय अध्यक्ष सुन्दरलाल डागरिया ने बताया कि जैन समाज में कन्या भूण हत्या न हो, इसके लिए संकल्प दिलाने का निर्णय किया गया है। यदि कोई कन्या भ्रूण हत्या का दोषी पाया जाता है तो उसे समाज से बहिष्कृत तक करने की भी उन्होंने बात कही। संभागीय अध्यक्ष राजेश बी. शाह ने जैन समाज को राजनीति में उचित प्रतिनिधित्व देने की मांग दोहराई। संभाग के श्रुत संभागीय अध्यक्ष रमणलाल जैन, जिलाध्यक्ष राजेन्द्र कोठारी, रोशनलाल चित्तौड़ा, माणकचन्द मुंडफोड़ा, अशोक बी. शाह, इंदरलाल सेठ उपस्थित थे।