गणपति बप्पा मोरिया
Udaipur. गणपति बप्पा मोरिया.. एकदंत दयावंत चारभुजा धारी.. माथें पर तिलक सोहे मूसे की सवारी… श्री गणेशा.. देवा श्रीगणेशा… जैसे ही भजनों से आज शहर का हर कोना गूंज रहा था। प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। गणपति मंदिरों में तो पूजा हुई ही, घर-व्यावसायिक स्थानों पर भी धूमधाम से पूजा की गई तो कई क्षेत्रों में दस दिन तक चलने वाले गणपति महोत्सव की शुरुआत हो गई।
कई दिन पूर्व बुक कराई गई गणपति प्रतिमाएं लेने नवयुवक मंडल व अन्य लोग नियत दुकानों पर शुभ मुहूर्त में पहुंचे जहां विधिवत पूजा-अर्चना कर गणपतिजी को घर लेकर आए। फिर पूजा अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना से गणेशजी को मोदक का भोग धराया गया। इस अवसर पर विशेष व्यंजन लड्डू-बाटी-चूरमा बनाए गए। शहर के मुख्य गणपति मंदिरों बोहरागणेशजी, पाला गणेशजी, पंचदेवरिया गणेशजी, जाड़ा गणेशजी, दूधिया गणेशजी आदि पर विशेष पूजा अर्चना हुई। आज दिन में चार बार आरती हुई। मध्यरात्रि को महाआरती होगी।
बोहरा गणेशजी क्षेत्र में मेला भी लगा। यहां अलसुबह 5 बजे ही लम्बी लाइन लग चुकी थी जो दिन भर जारी रही। बच्चों ने झूलों का आनंद उठाया तो युवतियों महिलाओं ने अपनी पसंदीदा श्रृंगार सामग्री खरीदने में रुचि दिखाई। गणपति प्रतिमाओं का विशेष श्रृंगार किया गया। कई मोहल्लों में गणपति प्रतिमा की स्थापना की गई जहां दस दिन तक गणेशोत्सव चलेगा। अनंत चतुर्दशी पर प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।