Udaipur. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संघटक मात्स्यकी महाविद्यालय के छात्र एवं छात्रओं के तीन दिवसीय गणपति स्थापना के आखिरी दिन दूधतलाई व पिछोला की पाल पर इको फ्रेन्डली गणपति विर्सजन किया।
महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं ने राष्ट्रीय सेवा योजना मे कार्यक्रम अधिकारी डा बी.के.शर्मा ने व छात्र कल्याण अधिष्ठाता के नेतृत्व मे उदयपुर के समस्त झील प्रेमियों एवं यहां की जागरूक जनता को झीलों में गणपति प्रतिमा का विर्सजन नहीं करने का आहवान किया एवं बताया कि गणेश प्रतिमा के काम में आने वाले रंग पानी में गुलकर प्रदूषण छोडते हैं एवं पीने योग्य साफ पानी से झीले प्र्रदूषित होती है। झीलें उदयपुर की शान है एवं पीने योग्य पानी का प्रमुख स्त्रोत हैं अतः हमें गणपति विर्सजन अपने अपने स्तर पर प्लास्टिक पूल या सीमेन्ट की टंकियो मे ंआसानी से कर सकते है एवं अपनी झीलो में अनावश्यक प्रदूषण एवं उसके गंभीर परिणामों को आसानी से रोक सकते है।
इस अवसर मात्स्यकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. विमल शर्मा ने बताया कि तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में महाविद्यालय मे छात्रा एवं छात्राओं ने अपनी नियमित पढाई के साथ साथ आपस में भाईचारे एवं प्यार से पूजा अर्चना कर अपनी संस्कृति के बारे में जाना एवं महाविद्यालय के नियमित पढाई शुरू करने से पहले एवं शाम को आरती एवं पूजा कर बडे ही धूमधाम से गणपति विर्सजन किया।