स्नातक परिषद का सम्मेलन
Udaipur. जोधपुर विश्विलद्यालय के डॉ. ए. बी. फाटक ने कहा कि विद्या भवन नवाचार के लिए सदा से जाना जाता रहा है, कई नवाचारों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई हैं। विद्या भवन का छात्र होना गौरव की बात है, क्योंकि यहाँ शिक्षा की गहन समझ विकसित होती है। यहाँ के छात्र आज प्राचार्य, जिला शिक्षा अधिकारी, निदेशक, आदि पदों पर रहकर सेवाऐं दे रहे हैं।
वे विद्या भवन गो. से. शिक्षक महाविद्यालय द्वारा आयोजित ‘‘स्नातक परिषद् सम्मेलन’’ को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। ‘स्नातक परिषद्’ पूर्व छात्रों का एक मजबूत स्तम्भ है। विद्या भवन के कई पूर्व छात्र आज राष्ट्रीय संस्थानों के उच्चतम पदों पर आधीन हैं। स्वयं इस संस्था के पूर्व छात्र के रूप में कहते हुए गर्व महसूस हो रहा है। विद्या भवन का शिक्षा के क्षेत्र में तथा सामाजिक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
अध्यक्षता करते हुए प्रो. एम. पी. शर्मा ने कहा कि विद्या भवन में पूर्व छात्रों ने संस्था के उत्थान में सदैव अपूर्व योगदान दिया है। डॉ. स्मिता पंचोली ने अतिथियों का स्वागत किया तथा सम्मेलन के शैक्षिक उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। स्नातक परिषद् के अध्यक्ष डॉ. अशोक भटनागर ने वर्ष भर में इस परिषद् द्वारा किए जाने वाले कार्यक्रमों का विजन प्रस्तुत किया।
ऋतु आर्य, शीतल दवे, मनीष आदिवाल ने मोहक प्रस्तुतियाँ दी। मातेश्वरी टीटी कॉलेज की प्राचार्य डॉ. शोभा गोलवलकर, जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा चौहान, डॉ. सुरेन्द्र द्विवेदी ने इस संस्था से जुड़े अनुभव सुनाए। अन्त में प्रो. सुषमा तलेसरा ने धन्यवाद दिया। साथ ही बताया कि शीघ्र ही एक स्मारिका प्रकाशित की जाएगी जिसका उद्देश्य शैक्षिक अनुभवों व नवाचारों का आदान-प्रदान करना है। संचालन डॉ. स्मिता पंचोली ने किया। डॉ. स्मिता पंचोली को सर्वसम्मति से सचिव पद के लिए चयनित किया गया। अध्यक्ष डॉ. अशोक भटनागर, द्वितीय कार्यकाल में पदासीन रहेंगे।