प्रबोधक संघ के अधिवेशन में मांगों को लेकर भरी हुंकार
Udaipur. राजस्थाेन विद्यापीठ के कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि राष्ट्र हित में छात्र तैयार कराने का दायित्व शिक्षकों का है। अतः हमें समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में ऐसे योग्य युवा तैयार करने होंगे जो देश को शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान, तकनीकी तथा भारत की सभ्यता तथा संस्कृति को नई ऊंचाईयों पर ले जाएं।
वे शुक्रवार को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के प्रताप नगर स्थित कम्प्यूटर एवं आईटी सभागार में प्रबोधक संघ के दो दिवसीय अधिवेशन को मुख्य् अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। विशिष्ट अतिथि नीलम धाभाई ने प्रबोधक संघ की मांगों के लिए एकीकृत कर्मचारी महासंघ ने पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया। विशिष्ट अतिथि शोभागसिंह राजावत ने प्रबोधकों के संघर्ष को कर्मचारियों के इतिहास का ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया। अंत में कार्यक्रम के अध्यक्ष कुंजबिहारी भारद्वाज द्वारा प्रबोधकों को उनके दायित्वों और कर्तव्यों के लिए सजग रहने के लिए कहा। विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास हेतु कार्य करने की योजना बनाने की अपिल की। कार्यक्रम में सरकार से ऐतिहासिक घटनाक्रम द्वारा प्रबोधकों को अध्यक्ष बी.ओ.. कुजबिहारी ने सजग रहने के लिए कहा और बताया कि उनके दायित्वों और कर्तव्यों के लिए विकास हेतु कार्य करने की योजना बनाने की अपिल की । अधिवेशन में सरकार से नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना की मांग पूर जोर से उठाने की बात की। तथा आगामी संघर्ष के लिए तैयार रहने के लिए कहा।