यूआईटी ने भाजयुमो को दिया आश्वासन
Udaipur. गए तो थे शहर की सड़कों के दुरस्तीकरण का ज्ञापन देने लेकिन जब पता लगा कि अधिकारी देरी से आते हैं तो यूआईटी में देरी से आने वालों की अनुपस्थिति लगाने को लेकर भाजयुमो पदाधिकारियों ने हंगामा किया। सात दिन में शहर की सड़कों की बदहाली दूर करने के आश्वादसन के बाद पदाधिकारी वहां से हटे।
भाजयुमो जिला कार्यालय मंत्री जितेश कुमावत ने बताया कि कार्यकर्ता यूआईटी के बाहर सुबह 9.15 पर एकत्रित हुए। वे जब 9.35 उदयपुर की सड़कों को दुरस्त कराने ज्ञापन देने पहुंचे तो पता लगा कि अधिकारी रोजाना ही देरी से आते हैं। इस पर भाजयुमो शहर जिलाध्यक्ष जिनेन्द्र शास्त्री ने मुख्य द्वार पर पहुंचकर देरी से पहुंचने वाले अधिकारियों की अनुपस्थिति दर्ज कराने के लिए कार्यकर्ताओं का आह्वान किया। 9.50 मिनट पर मुख्य द्वार बंद कर लेट आने वाले अधिकारियो को बाहर ही रोक दिया। कार्यकर्ता पुलिस प्रशासन के समझाईश पर अड़ गये और यूआईटी सचिव को मौके पर पहुंचने की मांग की। सेक्रेटी के अवकाश पर होने के कारण आरएएस अधिकारी लालसिंह देवडा़ मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ताओ को 7 दिन के भीतर यूआईटी के अन्तर्गत आने वाली सभी सड़कों को ठीक कराने की घोषणा की। मुख्यक रूप से शोभागपुरा, गौरवपथ, प्रतापनगर बाईपास, 100 फीट रोड, सवीना रेलवे पुलिया के नीचे इत्यादि 21 जगह की सड़कें ठीक कराने की मांग की गई।
इस दौरान भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र बोर्दिया, भाजयुमो शहर जिलाध्यक्ष जिनेन्द्र शास्त्री, राष्ट्रीय सदस्य सुशील जैन, प्रदेश उपाध्यक्ष गजपालसिंह राठौड, महामंत्री नरेश वैष्णव, भाजपा मण्डल अध्यक्ष नानालाल बया, भाजयुमो मण्डल अध्यक्ष जितेन्द्र मारू, गजेन्द्र भण्डारी, उपाध्यक्ष राजेश स्वर्णकार, प्रदीप श्रीमाली, इरशाद चैनवाला, दिलीप पालीवाल आदि मौजूद रहे।