रायला के दूसरे दिन विद्यार्थियों ने जाने
Udaipur. रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा एश्वर्या कॉलेज में तीन दिवसीय रोटरी यूथ लीडरशिप अवार्ड (रायला) के दूसरे दिन आज मस्ती की पाठशाला में गुजरात की ट्रेनर मीनाक्षी भटनागर ने रायला के प्रतिभागियों को मोटिवेशन, समय प्रबंधन, मानवीय रिश्तों, नेतृत्व विकास, सफलता के मंत्र, मंच पर बोलने की क्षमता विकास, आत्म विश्वास को जगाना आदि कलाओं को गहराई के साथ बताया।
उन्होंने रायला प्रतिभागियों के पांच गु्रप रायला रॉकर्स, क्रेकर्स, रंगीला, राकिंग एवं रॉयला 8 स्टार बना में विभाजित कर उक्त सभी बिन्दुओं को बड़ी बारीकी से समझाया। उन्होंने बताया कि सफलता के लिए खुद में बदलाव, स्वयं की पहचान, समय के साथ चलना तथा अपने कार्यो को समय के हिसाब से तय कर उस तय समय अनुसार पूरा करना, स्वयं में लीडरशिप की क्षमता का विकास करना जरूरी हैं ताकि समाज सेवा क्षेत्र में आगे बढ़ा जा सकें।
इस दौरान उन्होंने प्रतिभागियों को मंच पर बोलने की विधा को बढ़ावा देने के लिए तथा झिझक को दूर करने के लिए प्रत्येक प्रतिभागी को मंच पर बोलने की प्रेक्टिस करवाई तथा उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग दिखाकर जो कमियां हैं उन्हें दूर करने की सीख दी। इसी क्रम में जयपुर की ट्रेनर हर्षा कुमावत ने रायला ग्रुप को बड़े ही सामान्य तरीके से सफलता के 9 सूत्रों के बारे में प्रशिक्षण देते हुए बताया कि जीवन में नवीन खोज करना, नयी बातों को जानना, एकाग्रता, प्रेक्टिस एवं शिक्षा पर अपनी बात की शुरूआत करते हुए कहा कि रायला को विस्तार देने के लिए आवश्यक है कि रायला के महत्व को अपने भीतर उतारें। उन्होंने पांचों ग्रुप के रायला प्रतिभागियों से आम आदमी एवं सफल आदमी के बीच के अन्तर को बारी-बारी से पूछा जिसके दौरान प्रतिभागियों ने कई रोचक एवं अपनी योग्यता अनुसार उत्तर दिये। कुमावत ने अपने प्रशिक्षण सत्र के दौरान स्वयं पर विश्वास एवं सकारात्मक दृष्टिकोण पर जोर देते हुए प्रतिभागियों के आत्म मूल्यांकन हेतु फॉर्म भरवाकर उन्हें नंबर देकर अपने आप से पहचान करवाई तथ आत्म मूल्यांकन के परिणाम अनुसार स्वयं मे बदलाव लाने के लिए कुछ मुख्य बातें भी समझाई। प्रारम्भ में क्लब अध्यक्ष शालिनी भटनागर ने बताया कि रायला युवाओं को जीवन मे कुछ नया कर गुजरने का जज्बा पैदा करता है। इस सेमीनार में भाग लेने वाला युवा निश्चित रूप से जीवन में कामयाबी हासिल करता है। रायला प्रभारी रितु वैष्णव, सचिव उमेश बी. असावा ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व कल रात्रि को सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अन्र्तराष्ट्रीय फैलोशिप ऑफ रोटेरियन म्यूजिशियन्स द्वारा संगीत संध्या पुरानी जींस और गिटार विषय पर गीत प्रस्तुत किए गए।