विज्ञान समिति सभागार में मनाया अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस
Udaipur. आप अपने आपको कभी भी कमजोर और असहाय ना समझें। वरिष्ठ नागरिक देश की धरोहर हैं, अनुभव एंव ज्ञान का भण्डार है। यह ना समझें कि आप वृद्ध हो गये हैं तो किसी काम के नहीं रह गये हैं। आप हमेंशा अपना जोश और जुनून कायम रखें। एक दूसरे के सहयोग से हर समस्या का समाधान सम्भव हैं। किताबी ज्ञान से नहीं बड़ा तो अनुभव और ज्ञान से होता है। आपमें बिखरे को जोडऩे की शक्ति है।
ये विचार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पूर्णकालिक सचिव अलका गुप्ता ने व्यक्त किये। वे मंगलवार को महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान की ओर से अशोक नगर स्थित विज्ञान समिति सभागार में अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थीं। गुप्ता ने उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों के कानूनी बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें किसी बात से घबराने या डरने की आवश्यकता नहीं है। चाहे लडक़ा हो या लडक़ी, कानून सभी के लिए बराबर हैं। दोनों पर माता- पिता की सेवा करने की जिम्मेदारी है। यदि कोई संतान माता-पिता के भरण पोषण में लापरवाही करती है, या घर से बेदखल कर देती है तो उन्हें सीधे ही न्यायालय में मात्र एक प्रार्थना पत्र देना होता है। न्यायालय की ओर से उन्हें निशुल्क वकील उपलब्ध करवाया जाएगा। सर्वप्रथम विपक्षी पार्टी को बुलाकर समझौता करवाया जाता है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर पारीवारिक मामले आपसी समझौते से ही हल हो जाएं तो ज्यादा अच्छा रहता है। यदि समझौता होने और न्यायालय के आदेश के बावजूद आपकी सन्तान आपका भरण-पोषण नहीं करती है तो फिर आप अपील कर सकते हैं, जिसमें दोषी पाये जाने पर सन्तान को एक माह की सजा का प्रावधान भी होता है।
गुप्ता ने कहा कि इसी तरह यदि आपकी सन्तान अगर आपको मकान से बेदखल करती है तब भी आप सीधे ही न्यायालय क शरण ले सकते हैं, क्योंकि जो मकान आपने बनाया है, वह कानूनन आपकी ही सम्पत्ति है। आप जिसे चाहें उसे दे सकते हैं, लेकिन उस पर कोई अपना हक जता कर आपको उससे बेदखल नहींं कर सकता है। गुप्ता ने कहा कि केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों ने वरिष्ठ नागरिकों के हित में कई कानूनी प्रावधान दिये गये हैं, पेंशन योजना भी है। जरूरत इस बात की है ऐसे कानूनों और योजनाओं की जानकारी ज्यादा से ज्यादा नागरिकों तक पहुंचे। गुप्ता के सम्बोधन के बाद कई वरिष्ठ नागरिकों ने उनसे कानून सम्बन्धी प्रश्नोत्तर कर कानून सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की।
समारोह में कई प्रबुद्ध जनों सुशीला कच्छारा, दिलखुश सेठ, मानमल कुदाल, सुरेश कटारिया ने कविताएं, गीत और गजलें प्रस्तुत की। कार्यक्रम में अग्रणी रहकर समाज की सेवा करने वाले 80 वर्ष उम्र पार उन वरिष्ठ नागरिकों फतहलाल नागौरी, सोहनलाल पुरोहित, सोहनलाल तम्बोली, नारायण बंधु, बसन्तीदेवी तम्बोली, अम्बालाल पालीवाल, सुन्दरदेवी पालीवाल का शॉल, पगड़ी और माल्यार्पण कर अभिनन्दन किया गया। समारोह को किरणमल सावनसुखा, हीरालाल कटारिया, बी.एल.वर्मा ने भी संबोधित किया।
संस्थान के सचिव भंवर सेठ ने कहा कि देशभर के वरिष्ठ नागरिक संगठन एक होकर वरिष्ठजनों की समस्याओं को सुलझाने हेतु कृत संकल्प है। उन्होनें वरिष्ठ जनों की मेडीकल इंश्योरेंस पर पूर्व बीमारी व आयु की शर्त हटानें,इनिछरा गांधी राष्ट्रीय पेंशनर येाजना की राशि 750 से बढ़ाकर 2 हजार करने, व उदयपुर में वरिष्ठजनों के लिए डे केयर सेन्टर की स्थापना करने की मांग की। प्रारम्भ में ईश वन्दना प्रेम प्यारी भटनागर ने प्रस्तुत की।