आंगन की तुलसी पुस्तक का हुआ लोकार्पण
Udaipur. ज्ञान दिवाकर, राष्ट्र संत, प्रवर्तक गुरूदेव गणेश मुनि शास्त्री की 69 वीं एवं उप प्रवर्तक गुरूदेव जिनेन्द्र मुनि काव्यतीर्थ की 50 वीं दीक्षा जयंती कार्यक्रम के अन्तर्गत आज अमर जैन साहित्य संस्थान में गुरूदेव गणेश मुनि द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर सचित्र रचित कृति आंगन की तुलसी का लोकार्पण जनार्दनराय नागर विवि के कुलपति एस. एस. सारंगदेवोत ने किया।
मुख्य अतिथि सांरगदेवोत ने कहा कि राष्ट्रसंत गणेश मुनि द्वारा राष्ट्र की ज्वलंत समस्या कन्या भू्रण हत्या के विरोध में रचित उक्त पुस्तक में प्रखर प्रभावी 71 कविताएं राष्ट्र को नयी दिशा प्रदान करेगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि निश्चय ही मुनिवर की यह कृति देशवासियों के लिए शंखनाद का काम करेगी।
उन्होनें कहा कि गुरूदेव गणेश मुनि का सानिध्य एक आम के वृक्ष की तरह हैं जिसके नीचे बैठकर थके हुए लोग सुकून महसूस करते हैं। उन्होनें कहा कि गुरूओं द्वारा अर्जित की गई की निरन्तर दीक्षा का लाभ समाज को मिल रहा हैं।
दीक्षा समारोह में श्रावकों को सम्बोधित करते हुए गुरूदेव गणेश मुनि ने कन्या भ्रूण हत्या पर आधारित अपनी पुस्तक आंगन की तुलसी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि देश व समाज की स्थिति बदल रही हैं। निरन्तर कन्या भ्रूण हत्याएं बढ़ रही हैं। उन्होने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब इसी तरह कन्याओं को मारा जाता रहा तब पांच पुरूषों को एक स्त्री से विवाह करना पड़ेगा, कन्या भ्रूण हत्या पर चिंता व्यक्त करते हुए गणेश मुनि ने कहा कि पांचाली युग आने वाला हैं जिसको रोकने के लिए तथा समाज को एक नई दिशा देने के लिए इस पुस्तक का प्रकाशन किया गया हैं। उन्होंने बताया कि पुस्तक में कन्या भ्रुण हत्या से सम्बन्धित 71 मार्मिक कविताओं का समावेश किया गया हैं जिसमें मानवीय प्रकृति के मूल्यों का समावेश हैं।
विशिष्टत अतिथि नगर निगम की महापौर रजनी डांगी ने गुरुजनों को वंदन करते हुए गुरू गणेश मुनि एवं गुरु जिनेन्द्र मुनि के दीक्षा समारोह के साथ ही गुरू पुष्कर की जन्म जयन्ती के साथ होने को एक अदभुत संयोग बताया।
आंगन की तुलसी कृति का लोकार्पण : गुरुदेव गणेश मुनि एवं गुरूदेव जिनेन्द्र के सानिध्य में राजस्थान विद्यापीठ के वाईस चांसलर एस. एस. सारंगदेवोत, लक्ष्मीनारायण नंदवाना, सुरेश मोदी, किरणमल सावनसुखा, महापौर रजनी डांगी, फतहलाल नागौरी, हिम्मत सेठ, शातिलाल सेठ के हाथों गुरूदेव गणेश मुनि द्वारा कन्या भू्रण हत्या पर लिखी गई पुस्तक आंगन की तुलसी का लोकार्पण कराया गया।
कवि ओम पारदर्शी, निर्मला ओरडिय़ा, जगदीप हर्षदर्शी,गोतमचंद बंब, भारती करणपुरिया आदि ने सरस रचनाएं प्रस्तुत की। प्रारम्भ में संस्थान के अध्यक्ष भंवर सेठ ने पुस्तक का विस्तृत परिचय दिया। उन्होनें कहा कि गुरूदेव की उक्त कृति निश्चित ही समाज के लिए एक अनुपम देन है। समारोह में गुरूदेव गणेश मुनि द्वारा विभिन्न तप एवं सिद्धियों से सिद्ध मंगल कलश को साथ ले जाने का सौभाग्य प्रेम बाई पत्नि स्वं मांगीलाल ओर्डिया एवं उनके सुपूत्र ललित ओर्डिया को मिला।