गोपालगढ़ दंगों के बाद चुपचाप क्यों पहुंचे शहजादे, मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण माहेश्वरी को दर्शक दीर्घा में तीसरी पंक्ति में मिली जगह, बाद में वसुंधरा ने बुलाया स्टेज पर
Udaipur. भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें पता चला है कि राजस्थान पुलिस का एक अफसर कांग्रेस का टिकट पाने के लिए घूम रहा है। उसने राहुल गांधी को मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ितों के आईएसआई से सम्पर्क में होने वाली कहानी बताई और राहुल ने पूरी दुनिया को यह कहानी सुना दी।
मोदी शनिवार को भंडारी दर्शक मंडप में आयोजित जनजाति सम्मेुलन एवं पांच प्रदेशों में होने वाले विधानसभा चुनाव प्रचार की पहली आमसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आपके राजस्थाान में शहजादे (राहुल) आए थे। वे क्या् बोलकर गए, अब तक कांग्रेस के लोग समझ नहीं पाए हैं। औरों की बात तो छोड़ें, क्याक कहा, किसके लिए कहा, क्योंम कहा, यह किसी को नहीं पता। शहजादे को अपने सीएम पर भरोसा नहीं है। भरोसा होता तो वे राज्यब सरकार को अंधेरे में रखकर उनके नेता चोरी-छुपे अचानक गोपालगढ़ नहीं पहुंचते। वे चोरी की मोटरसाइकिल पर बैठकर आए थे। ऐसे लोग राजस्थापन की जनता को उपदेश देते हैं। जिस सरकार पर उनके शहजादे को भरोसा नहीं है, वैसी सरकार को बने रहने का हक नहीं है। मोदी ने अल्परसंख्योकों की सुरक्षा के मसले पर भी कांग्रेस को घेरा। उन्होंहने कहा कि गहलोत सरकार के शासन काल में 25 बड़े दंगे हुए, 80 से ज्याेदा झड़पें हुई जिसमें कई निर्दोष मारे गए। राज्यक में अल्पकसंख्य क सुरक्षित नहीं है। राजस्थाीन के अल्प संख्यईक आयोग ने भी इसके लिए गहलोत सरकार की आलोचना की है। गहलोत सरकार के मंत्रियों पर लगे यौन उत्पी्ड़न के आरोपों को लेकर भी मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंेने कहा कि क्याप आज के माहौल में राजस्था न की कोई मां, बहन या बेटी किसी मंत्री से मिलने की हिम्मौत करेगी? यहां लोकतंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा है। कांग्रेस का अहंकार सातवें आसमान पर है। रैली में लोगों की भीड़ से उत्सााहित मोदी ने कहा कि यह नजारा कहता है। हवा का रुख क्यास है। ऐसा पहली बार हुआ है कि यह स्टेरडियम किसी नेता की रैली के लिए भर गया हो। मोदी ने महाराणा प्रताप को याद करते हुए मेवाड़ की धरती को प्रणाम किया। उन्होंएने उदयपुर रैली के लिए खुद को आमंत्रित किए जाने के लिए वसुंधरा राजे का शुक्रिया अदा किया।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा एक ही लक्ष्य है, एक ही सपना है एक अच्छा कल हो, बच्चों का सुंदर भविष्य हो, मेवाड़ और वागड़ प्रगति और विकास की ओर बढें। एक सुंदर विकसित राजस्थान बने। राजस्थान में परिवर्तन की शुरुआत मेवाड़ से हो गई है। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि 60 वर्षों से जनता को लूट रही कांग्रेस के खिलाफ लड़ें और इस बार सरकार को उखाड़ फेंके। कांग्रेस नहीं चाहती है कि आदिवासियों का विकास हो। उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि अस्पतालों में मुफ्त दवाओं को लिखने वाला डॉक्टर ही नहीं है तो मुफ्त दवाओं का क्या लाभ? उन्होंने कहा कि मेवाड़ और वागड़ में तीस से अधिक प्रसूताओं की मौत हुई है और शिशु मृत्यु दर में भी बढ़ावा हुआ है।
जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष फज्गनसिंह कुलस्ते ने पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के कामों की सराहना करते हुए कहा कि आदिवासियों के विकास की योजनाएं वसुंधरा के कार्यकाल में शुरू हुई थी जिन्हें गहलोत सरकार निरंतर नहीं रख पाई। पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मेवाड़ के साथ कांग्रेस ने धोखा किया है। भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी राज्य सरकार ने खान आवंटन में भाई-भतीजावाद अपनाते हुए नियम कायदों को ताक में रख दिया। जहां के विधायक सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं वहां से ढाई मंत्री देकर गहलोत सरकार ने विकास से पल्ला झाड़ लिया। मेवाड़ हमेशा हक के लिए लड़ा और लड़ता रहेगा। सरकार बनाना और बिगाडऩा मेवाड़ के हाथ में रहा है।
इससे पूर्व जनजाति मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अर्जुनलाल मीणा ने मोदी का माल्र्यापण कर स्वागत किया। कटारिया ने मोदी को मेवाड़ी पगड़ी पहनाई। सभा को पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसकौर मीणा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण माहेश्वरी, पूर्व सांसद कैलाश मेघवाल, भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष भानू कुमार शास्त्री, रघुवीर कौशल, डॉ. अरुण चतुर्वेदी, प्रदेश प्रभारी कप्तानसिंह सोलंकी, सहप्रभारी किरीट सोमैया, राज्यसभा सांसद भूपेन्द्र यादव सहित भाजपा के कई पूर्व मंत्री व सांसद मौजूद थे।
जयप्रकाश माली