सीटीएई में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन
Udaipur. यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स (यूके) के डॉ. धवल कुमार ठक्कर ने विद्यार्थियों को कहा कि अपने मन की सुनो तथा स्वयं पर विश्वास रखकर कार्य करो। जीवन में कभी असफलता नहीं मिलेगी। उन्होंने संस्कृति एवं पारस्परिक संचार में ज्ञान अर्जित करने में अर्थ संवर्धन प्रक्रिया कैसे मदद करता है पर भी जानकारी दी।
वे सीटीएई, दी इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स, कम्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया, डिविजन (सॉफ्टवेयर) एवं स्पेशल इन्टरेस्ट ग्रुप वायरलैस नेटवर्क के तत्वावधान में आयोजित ‘नॉलेज बेस्ड सॉफटवेयर इंजीनियरिंग’ विषयक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी व कार्यशाला के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंाने ‘‘एनटरिंग मेसी वर्ल्ड ऑफ कल्चर : चेलेंजेस एवं अपॉर्च्यूैनिटीज टू इंटेलिजेण्ट इंटरएक्टिव सिस्टम’’ पर तीन परियोजनाओं आई.एम. रियल, डी.बी.पी.डी.या. एवं पेरिकों पर प्रकाश डालते हुए सिमेन्टिक टेगिंग व सिमेन्टिक डाटा को अनवेषित करने की तकनिकियों एवं उपकरणों के बारे में बताया।
आरम्भ में अधिष्ठाता डॉ. बी. पी. नन्दवाना ने स्वागत किया। दी इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स के उदयपुर अध्यक्ष ए. एस. चुण्ड़ावत ने बताया कि इस संगोष्ठी से अच्छे परिणाम एवं सुझाव प्राप्त हुए हैं। अतः उद्योगों व सरकार को इससे सकारात्मक रूप से मददगार होगी। संगोष्ठी के सम्मानित अतिथि डॉ. टी. वी. गोपाल कम्यूारातटर सोसायटी ऑफ इंडिया, डिविजन (सॉफ्टवेयर) के अध्यक्ष ने बताया कि ज्ञान और अधिक एकीकृत एवं समग्र रूप में होना चाहिए। वक्ता डॉ. संजय शाह ने डाटा, ज्ञान, जानकारी पर अपने विचार रखते हुए ज्ञान प्रणाली के विकास के बारे में बताया। संदीप उपाध्याय ने सॉफ्टवेयर परियोजना प्रबन्धन में मेटाफोरिकल दृष्टिकोण के बारे में बताया। डॉ. मंजू माण्डोत ने वेब परिदृश्यर में ज्ञान आधारित सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के बारे में बताया।
आयोजन सचिव डॉ. धर्मसिंह ने बताया कि इस दो दिवसीय संगोष्ठी में 15 शोध पत्रो का वाचन हुआ और सभी शोध पत्रों एवं आमंत्रित व्याख्याओं का संक्षिप्त में सार बताया। उन्होंने बताया कि आज के तकनिकी सत्रों में सात पत्रों का वाचन हुआ जिसमें कल्पना जैन, दिव्या जैन, टीना हडपावत, मयंक पटेल, निकिता सिंह, गौरव पामेचा, राजदीप शक्तावत, नीलू राजपूत एवं रिना गुप्ता आदि शामिल हैं। सीएसआई एसआईजी डब्लयू एनएस की ओर से जितेन्द्रसिंह चौहान, योगेश पुरोहित, लालसिंह खमेसरा, विमला डांगी को उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र पदान किया गया। इस संगोष्ठी का संचालन प्रियंका पालीवाल एवं हेमवती कुमावत ने एवं समाचार संकलन डॉली मेंदीरेता ने किया तथा धन्यवाद की रस्म डॉ. नवीन चौधरी, विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग सीटीएई उदयपुर ने अदा की।