हेरिटेज की कार्यशाला में जागरूक हुई महिलाएं
Udaipur. रोटरी क्लब उदयपुर, हिन्दुस्तान जिंक-वेदान्ता ग्रुप व एमएमएस डी एन्डोक्राइन एण्ड डायबिटीज रिसर्च ट्रस्ट के तत्वावधान में डायबिटीज वीक के तहत आयोजित मधुमेह जागरूकता कार्यक्रम के तहत टाऊनहॉल में लगाए गए डायबिटीज मेले में करीब ढाई हजार लोगों ने ब्ल्ड शुगर की जांच कराई। इनमें करीब 10 प्रतिशत लोगों को पहली बार अपने शरीर में डायबिटीज होने का पता चला।
डायबिटीज मेले में मधुमेह रोगियों सहित आम जनता को विभिन्न विषय विशेषज्ञ चिकित्सकों से समूह चर्चा कर लाभान्वित किया गया। साथ ही उनके मनोरंजन के लिए गीत-संगीत एवं विभिन्न लघु नाटिकाओं का आयोजन कर उन्हें इस रोग के प्रति जागरूकता का संदेश देने का प्रयास किया गया। सुखाडिय़ा रंगमंच पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पी. सी. भण्डारी, विशिष्टे अतिथि पूर्व प्रान्तपाल डॅा. यशवन्तसिंह कोठारी, निर्मल सिंघवी, सहायक प्रांतपाल नक्षत्र तलेसरा थे। इस अवसर पर क्लब अध्यक्ष बी. एल. मेहता ने अतिथियों का स्वागत किया।
मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॅा. डी. सी. शर्मा ने कहा कि स्वस्थ जीवन शैली रख कर हम मधुमेह बीमारी से बच सकते है। शरीर में इन्सुलिन हार्मोन की कमी से खून में शर्करा की मात्रा बढ़ जाने से शरीर में कमजोरी आनी शुरू हो जाती है। जिसे नियमित दवाओं के सेवन से नियंत्रित किया जा सकता है। परिवर्तित होने वाली जीवन शैली, परिश्रम के अभाव ने इस रोग को बढ़ाया है। मुख्य अतिथि डॉ. पी. सी. भण्डारी ने कहा कि डायबिटीज किसी भी व्यक्ति को कभी भी हो सकती है। बच्चों में यह बीमारी न हो इसके लिए उन्हें जंक फूड न लेने दें तथा नियमित रूप से व्यायाम कराएं एवं हेल्दी फूड दें।
समूह चर्चा : स्त्री रोग विशेषज्ञ डॅा. सुधा शर्मा ने कहा कि मधुमेह महिला रोगी जब तक उनकी शुगर नियंत्रित न हो तब तक गर्भ धारण न करें और गर्भ धारण के पश्चात मधुमेह होने की जानकारी मिलें तो तुरन्त उसे नियंत्रित करें। बढ़ी हुई ब्लड शुगर का मस्तिष्क व ह्दय पर काफी प्रभाव पड़ता है। चर्म रोग विशेषज्ञ डॅा. एन.सी.बंसल ने कहा कि त्वचा पर फंगस व बेक्टिरिया का प्रभाव होने पर मधुमेह की जांच करायी जानी चाहिए। हाथ व पैरों की अंगुलियों के बीच की जगह को गीला न रहने दें। ह्दय रोग विशेषज्ञ डॅा. सी.पी.पुरोहित ने बताया कि अपने रोग के बारें में रोगी स्वयं जागरूक रहें। शुगर को हर समय नियंत्रित रख जाना चाहिए ताकि वह शरीर के अन्य अंगों को खराब न करें। किडनी रोग विशेषज्ञ डॅा. भूषण मुखिया ने कहा कि टाईप-2 के 90 प्रतिशत मधुमेह रोगियों में शुरूआत में ही किडनी की बीमारी शुरू हो जाती है। किडनी फेल्योर को रोकने के लिए बाजार में अनेक दवाएं विकसित हो चुकी है। दंत रोग विशेषज्ञ डॅा. सौरभसिंह ने कहा कि दांतों की सार संभाल नहीं करने से मधुमेह, ह्दयरोग, स्त्रीरोग संबंध बीमारियां होने की संभावना रहती है। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॅा. अनिल कोठारी ने बताया कि नेत्र रोग का आने वाला हर तीसरा मरीज मधुमेह रोगी होता है। बार-बार बदलता चश्मे का नम्बर मधुमेह रोग होने का संकेत देता है। आंत-लीवर रोग विशेषज्ञ डॅा. आशीष मेहता व डॅा. अनीस जुकरवाला ने भी उपयोगी जानकारी दी।
लघु नाटिकाओं का मंचन : रंगमंचीय कलाकार विलास जानवे के निर्देशन में कलाकारों ने मधुमेह रोग से बचने एवं जागरूकता के लिए ‘मनवार रा काचा’, ‘राय बहादुर’, ‘शक्कर से टक्कर’,एमएमपीएस स्कूली बच्चों का ‘चााना-पीना मौज उड़ाना’ आदि का मंचन किया। कार्यक्रम में चित्तौड़ से आए गायक कलााकर एवं मधुमेह रोगी अनवर भाई ‘ऐसा मौका पिुर कहां मिलेगा..’, ‘मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू..’, ‘ये मुरादों कही हंसी रात किसे पेश करूं..’ सहित गानों की प्रस्तुति देकर उपस्थित दर्शकों का मनोरंजन किया।
डा. शर्मा का सम्मान : रोटरी क्लब उदयपुर की ओर से डॅा. पी. सी. भण्डारी, विशिष्ठ अतिथि पूर्व प्रान्तपाल डॅा. यशवन्तसिंह कोठारी, निर्मल सिंघवी, सहायक प्रांतपाल नक्षत्र तलेसरा, सचिव सुरेन्द्र जैन सहित अनेक सदस्यों ने उपारना ओढ़ाकर, पगड़ी पहनाकर, सम्मान पत्र भेंट कर सम्मानित किया। मेले में जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से डायबिटीज पाठ्य सामग्री का निशुल्क वितरण किया गया। बच्चों द्वारा मधुमेह पर तैयार की गई ज्ञानवर्धक चित्रों की व मधुमेह एवं भोजन पर आहार विशेषज्ञों द्वारा आयोजित भोजन प्रदर्शनी लगाई गई। प्रत्येक घंटे में लक्की ड्रा निकाला जाएगा जिसके विजेताओं को ग्लूकोमीटर दिए गए। अंत में सचिव सुरेन्द्र जैन ने धन्यवाद दिया।
कार्यशाला में महिलाएं हुई जागरूक : रोटरी क्लब हेरिटेज व दीर्घायु डायबिटीज क्लिनिक के साझे में कल अशोकनगर स्थित विज्ञान समिति में महिलाओं को मधुमेह रोग के सन्दर्भ में जागरूक करने के उद्देश्य से कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें 70 महिलाओं ने भाग लिया। क्लब अध्यक्ष आशीष बांठिया ने बताया कि मधुमेह न हो इसके लिए कार्यशाला में व्यायाम कराया गया। उन्हें विषय विशेषज्ञ एवं पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी द्वारा मधुमेह संबंधी उपयोगी जानकारी दी गई। क्लब की ओर से सचिव राहुल भटनागर, दीपक सुखाडिय़ा, अभिषेक पोखरना, बसंत खमेसरा, कमलेश तलेसरा, डॅा. दीपक शर्मा सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे। अंत में धन्यवाद आशीष बांठिया ने ज्ञापित किया।