अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थानी लोक संगीत की धूम
Udaipur. विश्वास्तरीय एक ऑनलाइन ट्रेवल पोर्टल के सर्वे में विश्व के विभिन्नि मानदण्डों पर सर्वोत्कृष्ट नृत्यों में राजस्था्न का गौरव घूमर चौथे पायदान पर रहा है। यही कारण है कि नई दिल्ली के प्रगति मैदान में लगे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थादन मंडप में राजस्थानी विवाह गीत लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं।
वीणा समूह के मार्केटिंग निदेशक हेमजीत मालू ने दिल्ली में राजस्थान के अतिरिक्त आवासीय आयुक्त विमल शर्मा को ’वीणा’ निर्मित ’’विवाह गीत राजस्थानी’’ के बारे में बताया कि राजस्थानी लोक संगीत को अंतर्राष्ट्रीय मानदण्डों के अनुरूप प्रस्तुत करने में वीणा के प्रयास सदैव सराहनीय रहे हैं और यही कारण है कि वीणा का घूमर सभी लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। वीणा द्वारा प्रस्तुत ’कलरफुल म्युजिक ऑफ राजस्थान’ ’अल्लाह जिलाई बाई’ के गाये मांड गीतों का एलबम एवं सरस्वती देवी के मधुर स्वरों में ’बन्नो प्यारो लागे सा’ एवं ’मांड’ को लोगों ने काफी सराहा है। उन्होंने बताया कि ’डांसिग कलेक्शन’ 4 डीवीडी का प्रीमियम पैक संगीत के विविध रूपों का आकर्षक दस्तावेज है जिसमें विभिन्न त्योहारों एवं शुभ अवसरों पर राजस्थानी संगीत पर नृत्यों की प्रस्तुतियां देने हेतु लोकप्रिय गीतों को सम्मिलित किया गया है।
मालू ने बताया कि राजस्थान का संगीत सदाबहार है। राजस्थान के लोक संगीत में सबसे ज्यादा आकर्षण मांड गीत है। देशी-विदेशी पर्यटकों में राजस्थान की गौरवशाली सांस्कृतिक कला के प्रतीक गीतों एवं नृत्यों की ऑडियो-वीडियो लोकप्रिय हो रही है। पश्चिमी राजस्थान के लोक संगीत में लंगा मागणियारों की गायिकी, रावणहत्था, कमायचा, खड़ताल, बीन, अलगोजा आदि की लोकप्रिय धुनें हर दर्शक केा आकर्षित करती है।