विहार आज, तेरापंथ सभा का मंगल भावना समारोह
Udaipur. साधु का तो आना और जाना दोनों ही मंगल है। काम करते रहना चाहिए। काम में निरंतरता से ही लक्षित मंजिल की प्राप्ति हो सकती है। ये विचार शासन श्री मुनि रवीन्द्र कुमार ने रविवार को तेरापंथ भवन में अपने विहार से एक दिन पूर्व तेरापंथ सभा द्वारा आयोजित मंगल भावना समारोह में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि चातुर्मास काल में अनेक कार्य संपादित किए गए। कार्य संपादन में या जाने-अनजाने में रही त्रुटियों के प्रति उन्होंने समस्त मुनिवृंदों की ओर से खमतखामणा की। तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज ने कहा कि साधु तो स्वयं मंगल होते हैं। उनका हरेक कार्य मंगल होता है। श्रावक-श्राविका, समाज सम्यक ज्ञान, सम्यक दृष्टि, सम्यक चरित्र का निरंतर विकास करें। त्याग एवं मनोबल से अध्यात्म की मंजिल की ओर अग्रसर हों। मुनि श्री शांतिप्रिय एवं मुनि श्री दिनकर ने श्रावक-श्राविकाओं को चातुर्मास काल के बाद भी निरंतर धर्मोपासना करने की प्रेरणा दी। समारोह में मोहनलाल बंब द्वारा की गई अठाई तपस्या के फलस्वरूप श्रद्धानिष्ठ श्रावक भूरालाल पोरवाल एवं जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. कीर्ति जैन ने सम्मान किया।
तेरापंथ सभा के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने मुनिवृंदों के प्रति मंगल भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि चातुर्मास काल में मुनिजनों का जो पे्ररणा एवं मंगल पाथेय मिला, वह अविस्मरणीय है। तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष धीरेन्द्र मेहता, फोरम के अध्यक्ष निर्मल कुणावत, मंडल मंत्री दीपिका मारू, ज्ञानशाला प्रशिक्षिका सुनीता बैंगानी, हंसराज बोहरा, मोहनलाल जैन ने मुनिवृंदों के प्रवासकाल में किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया तथा उनके प्रति कृतज्ञता के साथ भविष्य में भी आध्यात्मिक विकास की मंगलकामनाएं की।
कार्यक्रम में ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों ने मुनिवृंदों के प्रति गीतिका प्रस्तुत कर मंगलकामनाएं की। प्रशिक्षिकाओं ने चातुर्मास काल में ज्ञानशाला की सक्रियता के लिए मुनिजनों के किए गए प्रयासों के लिए आभार एवं मंगल विहार के प्रति गीतिका प्रस्तुत कर मंगल भावना प्रेषित की। महिला मंडल की शशि चह्वाण, चन्द्रा बोहरा, सीमा कच्छारा, लक्ष्मी कोठारी ने मंगलभावना गीतिका प्रस्तुत की। शासन श्री मुनि रवीन्द्र कुमार के पांच बार नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से कार्यक्रम का आगाज हुआ। संचालन सभा के उपाध्यक्ष सुबोध दुग्गड़ ने किया।
विहार आज : तेरापंथ सभा के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि आचार्य महाश्रमण के गुरु दर्शन के निर्देश के कारण शासन श्री मुनि रवीन्द्र कुमार, तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज, मुनि दिनकर एवं मुनि शांतिप्रिय सोमवार सुबह 9.30 बजे तेरापंथ भवन अणुव्रत चौक से मंगल विहार करेंगे। वे उदयपुर के उपनगरों में विचरण करते हुए 1 दिसंबर को महाप्रज्ञ विहार भुवाणा से गंगाशहर (बीकानेर) की ओर पदयात्रा करते हुए विहार करेंगे।