Udaipur. गणिनी आर्यिका सुप्रकाशमति माताजी के सानिध्य में अखिल भारतीय सुप्रकाश ज्योति मंच एवं नईदिल्ली चातुर्मास कमेटी द्वारा कल नई दिल्ली स्थित भोगल में आयेाजित एक समारोह में संस्कार पदयात्रा का शुभारम्भ किया गया।
संस्कार पदयात्रा विभिन्न राज्यों से होती हुई मार्च के प्रथम सप्ताह में सम्मेदशिखर पुहंच कर सम्पन्न होगी। समारोह में राजस्थान के विभिन्भ जिलों सहित उदयपुर से अनेक धर्मप्रेमियों ने भाग लिया। उदयपुर मंच के संयोजक ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि मेरठ, हमिनापुर, लखनऊ, अयोध्या, बनारस होते हुए झारखण्ड स्थित सम्मेद शिखर पहुंचकर होगी। यह यात्रा जिस-जिस राह से गुजरेगी उस-उस राह पर नुक्कड़ नाटक आयोजित कर यह बताने का प्रयास करेगी कि बचपन से लेकर जवानी तक एक बालक के जीवन में किस प्रकार के संस्कारों का समायोजन होना चाहिए। अब तक लगभग साढ़े बयालिस हजार किमी. की पैदल यात्रा कर चुकी गुरू मां ने यात्रा के शुभारम्भ पर कहा कि एक संस्कारी व्यक्ति कभी भी गलत कार्य नहीं कर सकता है। वह जीवन में हमेशा सदाचार, नैतिकता का आचरण करता है।