डायबिटीज जांच शिविर में उमडी भीड़
उदयपुर। राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय फूटा दरवाजा में आरोग्य दिवस के अन्तर्गत निशुल्क डायबिटीज जांच औषाधालय में की गई। इसमें 164 महिला-पुरुष रोगियों ने जांच करवाई।
आयुर्वेद चिकित्साधिकारी विद्यावारिधि वैद्य (डॉ.) शोभालाल औदिच्य ने बताया कि अत्यधिक चावल, दही, मिठाई, ज्यूस व खान पान मे अनियमितता, शारीरिक श्रम का अभाव ही डायबिटीज का मुख्य कारण है। यह रोग पाचन संस्थान संबंधी दोष के कारण होता है तथा मस्तिष्क से अधिक काम लेने से भी अक्सर यह रोग हो जाता है। इस समय व्यक्ति को चलने की बजाय खडा़ रहना, खडे़ रहने की बजाय बैठना, बैठने की बजाय लेटना, लेटने की बजाय सोना आदि लक्षण नजर आने लगे तो तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करें। भारतीय जीवनशैली अपनाकर एवं खानपान पर नियंत्रण कर ही डायबिटीज से बचा जा सकता है।
औदीच्य ने बताया कि आयुर्वेद में बतायी दिनचर्या, ऋतुचर्या का पालन कर एवं अपने खान-पान में आंवला, हल्दी, करेला, जामुन की गुठली, विजयासार, मैथी, गुड़मार, दारू हल्दी, बेहड़ा, हरड़, देवदारू आदि का प्रयोग कर डायबिटीज से बचा जा सकता है। शिविर में विषय विशेषज्ञ डॉ. विष्णु, बंशीवाल, नर्स रूकमणी खराडी, अमृतलाल परमार, नर्स इन्दिरा डामोर, शंकर मीणा, रामसिंह ठाकुर ने निशुल्क सेवाएं प्रदान की।