उदयपुर। ह्दयरोग विशेषज्ञ डॅा. हरीश सनाढ्य़ ने कहा कि यदि जनता अपने रोगों और विशेषकर ह्दयरोगों के प्रति सावचेत नहीं हुई तो वर्ष 2020 तक विश्व में पाये जाने वाले ह्दयरोगियों में से दो तिहाई ह्दयरोगी भारत में पाये जाऐंगें और उसमें से एक तिहाई ह्दयरोगी युवा होंगे।
वे आज महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान द्वारा विज्ञान समिति में आयोजित वार्ता मेंं बोलते हुए उक्त बात कहीं। उन्होनें बताया कि ह्दयरोग से बचने के लिए जनता को डायबिटीज, कोलेस्ट्रोल,ब्लड प्रेशर से बचना होगा या इन बीमारियों होने पर उन पर नियंत्रण पाना होगा। इस रोग में बढ़ती उम्र का काफी बड़ा योगदान रहता है। अब यह बीमारी 35-40 वर्ष के युवाओं में पायी जाने लगी है जो चितंाजनक बात है।
डॅा. सनाढ्य ने कहा कि जीवनशैली में बदलाव कर हम इस रोग की बढ़ती तीव्रता को कम कर सकते है। 40 वर्ष के बाद जनता को वर्ष में एक बार ह्दय रोग की जांच में काम आने वाली जंाच लिपिड प्रोफाईल अवश्य करवानी चाहिए जिसमें अच्छा कोलेस्ट्रोल एचडीएल कम से कम 40 होना चाहिए।
इस अवसर पर हार्ट सर्जरी विशेषज्ञ डॅा. संजय गांधी ने कहा कि ह्दयरोग की सर्जरी उस अवस्था में की जाती है जब बच्चों में जन्मजात ह्दयरोग की बीमारी की वजह से उनमें खांसी-जुकाम लगातार बना रहता हो। छाती में भारीपन का महसूस होना भी ह्दयरोग की निशानी हो सकता है। मेडीकल साइंस की तरक्की के कारण अमेरीका में प्रतिवर्ष 5 लाख बाईपास सर्जरी होती है। अब बाईपास सर्जरी कॉमन हो चुकी है।
इसे पूर्व संस्थान के अध्यक्ष चौसरलाल कच्छारा ने अतिथियों का स्वागत किया तथा अंत सचिव भंवर सेठ ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में समाजसेवी किरणमल सावनसुखा एवं फतहलाल नागौरी भी उपस्थित थे।