मेले में बढ़ा जनता का आकर्षण, बिक्री पहुंची साढ़े तेरह लाख
उदयपुर। रूडा (रूरल नॉन फार्म डवलपमेंट एजेंसी) की ओर से टाऊनहॉल में आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला ‘गांधी शिल्प बाजार 2013’ में जनता की भीड़ उमडऩे लगी है। जिस कारण दो दिन में ही मेलेे की बिक्री साढ़े तेरह लाख पंहुचने से कारोबारियों में उत्साह दिखाई देने लगा है। शाम ढलते ही मेले में जनता का हुजूम उमडऩे लगता है।
आंधप्रदेश से आये हस्तशिल्पकार हनुमंत राव द्वारा लेदर पर हाथ से बनायी गयी महीन चित्रकारी दूर से ही आकॢर्षत करती है। वाटर पू्रफ ड्राइंग कलर से तैयार किये जाने वाले लेदर पपेट्स,लेदर लेम्प के अतिरिक्त राम-लक्ष्मण-सीता, भगवान गणेश, रावण, गीतोपदेश देते चित्रकारी वाले वॉल हेगिंग को बनाने में कम से कम तीन दिन लगते है। पिछले 50 वर्षो से अपने पिता के साथ हस्तशिल्प में के रूप में चित्रकारी करते राव को उनकी पत्नी भी सहयोग करती है। इनके पास 200 रूपयें के लेम्प से लेकर 4 हजार रूपयें की रेंज में अनेक हस्तशिल्प के आइटम उपलब्ध है।
रूडा के महाप्रबन्धक दिनेश सेठी ने बताया कि इस बार कुछ अन्य स्थानों से पहली बार शिल्पकार अपने उत्पाद लेकर आये है। जिन्हें जनता द्वारा पसन्द किया जा रहा है।