पनिहारिन में लोक व पाश्चात्य नृत्यों की धूम
उदयपुर। गुरू नानक कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय रंगारंग वार्षिकोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन शुक्रवार मिस पनिहारिन के चयन से हुआ। मिस पनिहारिन प्रतियोगिता के विभिन्न चरणों के आयोजन के पश्चात् घोषित परिणामों में विजेता अलका श्री देवड़ा को मिस पनिहारिन का ताज पहनाया गया। प्रथम उपविजेता व द्वितीय उपविजेता का ताज क्रमशः दिव्या शर्मा व फूल सोनी को पहनाया गया।
प्राचार्य प्रो. एन.एस. राठौड़ ने बताया कि मिस पनिहारिन के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति आई. वी. त्रिवेदी थे। विशिष्ट अतिथि के. एस. गिल, मनोहर सिंह सच्चर, सतनाम सिंह, डी. एस. पाहवा व अमरपाल सिंह पाहवा थे। अध्यक्षता मोहिन्दरपाल सिंह लिखारी ने की। कार्यक्रम में एकल नृत्य, सामूहिक नृत्य व मिस पनिहारिन के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई। एंगल समूह ने सागर पाणी भरवा जाऊंसा… लोक गीत पर शानदार नृत्य कर समां बांध दिया। युगल नृत्य में वंदना गुर्जर ने कण-कण में गूंजे जय जय राजस्थान… गीत पर मनमोहक नृत्य कर राजस्थानी रंगों की छटा विखेर सभी का मन मोह लिया। विनायक ग्रुप ने जय गणेशा देवा… भक्ति गीत पर शानदार प्रस्तुति देकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। सिमरन डोडेजा ने कजरारे-कजरारे तेरे काले-काले नयना… गीत पर जोरदार नृत्य कर पांडाल में दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया। भानूप्रिया ने काल्यो कूद पड़यो मेला में सायकल पंचर कर लायो… गीत पर पारम्परिक कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत कर परम्पराओं को जीवंत कर दिया
मुख्य अतिथि उपकुलपति आई.वी. त्रिवेदी ने कहा कि वैश्वीकरण के युग में मौलिक प्रतिभा को विकसित करने की आवश्यकता है। शिक्षा व कला के माध्यम से विद्यार्थी जीवन में रचनात्मक प्रवृत्तियों का सूत्रपात होता है। उन्होंने कहा महिला उच्च शिक्षा का लक्ष्य नारी के मान-सम्मान व स्वाभिमान में अभिवृद्धि करना है। नारी शिक्षा के बढ़ावे से महिला में आत्म विश्वास का संचार होता है।
इससे पूर्व मिस पनिहारिन प्रतियोगिता के विभिन्न चरण हुए। मिस पनिहारिन प्रतियोगिता में 20 छात्राओं ने भाग लिया। पहला राउण्ड परिचय का रहा जिसमें प्रतिभागियों ने सजेधजे पारम्परिक परिधानों में अपना परिचय दिया। द्वितीय राउण्ड टेलेंट राउण्ड था जिसमें सभी प्रतिभागियों ने अपना मौलिक प्रतिभा का परिचय दिया। तृतीय चरण प्रश्नोत्तरी राउण्ड था जिसमें निर्णायकों न प्रतिभागियों से प्रश्न पूछकर उनकी बौद्धिक क्षमता का आंकलन किया। घोषित परिणामों में विजेता रही सुश्री अल्काश्री देवड़ा को मिस पनिहारिन का ताज अतिथियों ने पहनाया।
प्रतियोगिता के निर्णायक डॉ. मुक्ता शर्मा, डॉ. निशा मूंदड़ा व सीमा अग्रवाल थी। इस अवसर पर प्राचार्य प्रो. एन.एस. राठौड़, छात्रासंघ अध्यक्ष स्नेहा बागड़ी, के. एस. गिल, अमरपाल सिंह व डी.एस. पाहवा ने अपने विचार व्यक्त किए। सांस्कृतिक प्रभारी अनुराधा मालवीया ने पांच दिवसीय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। डॉ. मीनल कोठारी, विनिता वर्मा, अल्काश्री देवड़ा आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डॉ. रेखा तिवारी व अनिल चतुर्वेदी ने किया व धन्यवाद उप-प्राचार्य डॉ. अनुज्ञा पोरवाल ने दिया।