रोटरी क्लब उदयपुर का निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर
600 से अधिक रोगियों की हुई नेत्र जांचें, 200 के होंगे ऑपरेशन
उदयपुर। उम्र के अंतिम पड़ाव में चले रहे बुजुर्ग आखों मोतियाबिंद ले कर दूर दराज गांचों व शहर के विभिन्न इलाकों से आये निर्धन नेत्र रोगियों में से अनेक तो ऐसे बुजुर्ग थे जो अपनी अर्धांगिनी के साथ आये थे। कुछ ऐसे थे जिनके साथ कोई अटेण्डेंट नहीं था। वे अकेले ही अपनी आंखों की जांच कराने आये। वे किसी का सहारा लिये बगैर सिर्फ भगवान के सहारे मद्धिम होती आखों की रोशनी को पुन: पाने के लिए सवाधिक लालायित दिखे।
अवसर था आज नाईयों की तलाई स्थित तेरापंथ भवन में रोटरी क्लब उदयपुर, विजन फाउण्डेशन ट्रस्ट, एक निजी आई हॉस्पिटल व जिला स्वास्थ्य समिति ‘अन्धता’ निवारण के साझे में आयोजित निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का। शिविर में लगे सेवादार ऐसे रोगियों को प्राथमिकता के तौर पर चिकित्सकों को दिखाते हुए दिखे लेकिन रोगियों के साथ उनका कोई रिश्तेदार नहीं दिखा। उम्र के इस पड़ाव में अकेले आये रोगी अन्य रोगियों के साथ आये अटेण्डेण्ड को देखकर काफी मायूस दिखे। क्लब अध्यक्ष बी. एल. मेहता ने बताया कि शिविर के बारें में अपने स्थानीय रिश्तेदार से जानकारी मिलने पर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आये चयनित 200 रोगियों के ऑपरेशन नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. कोठारी आई हॉस्पीटल में डॅा.अनिल कोठारी व उनकी टीम के सदस्यों नेत्ररोग विषेशज्ञ डॉ. अनिल कोठारी, डॉ. दीपक शर्मा, डॉ. एस. के. माथुर एवं डॉ. कार्तिकेय कोठारी ने अपनी सेवाएं दी।
बाहर से आये रोगियों के साथ आने वाले अटैण्डेण्ड के ठहरने व खाने-पीने की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की गई है। बी.एल.मेहता ने बताया कि शिविर में आज डॅा.अनिल कोठारी के नेतृत्व में उनकी टीम ने 600 से अधिक रोगियों के नेत्रों की जांच कर उन्हें उपचार दिया गया। रोगियों को नि:शुल्क दवाएं दी गई। इनमें से चिकित्सकों ने 200 रोगियों का मोतियाबिंद के ऑपरेशन हेतु चयन किया गया। शिविर के प्रति जनता में काफी उत्साह देखा गया।
सचिव सुरेन्द्र जैन ने बताया कि शिविर में आज प्रात: 9 बजे से ही रोगियों की भीड़ उमड़ पड़ी। रोगियों के बीच धक्का-मुक्की व अव्यवस्थाओं से बचने हेतु रोटरी क्लब उदयपुर की ओर से एन. सी. बंसल, पदम दुगड़, यू. एस. चौहान, श्रीमती राजेन्द्र चौहान, डॅा. बी. एल. जैन, अम्बालाल बोहरा, सहायक प्रान्तपाल नक्षत्र तलेसरा, गणेश डागलिया, संजय शाह, पी.एल.पुजारी, सुरेश सिसोदिया, डॅा. आनन्द स्वरूप, दीपक मेहता, दिलीप शाह, साधना मेहता, वियजलक्ष्मी बसंल, आभा स्वरूप अंजना जैन सहित सुरेन्द्र सिंह, महेश शर्मा, सहित चिकित्साकर्मियों के स्टॉफ ने उल्लेखनीय सेवायें दी।