ऋषभदेव में नाहर सम्मेलन समारोह
ऋषभदेव। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि इंसान का फर्ज है कि वह समाज में रहता है तो समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सेवा कार्य करे। इंसान को सेवा के संस्कार माता-पिता, बडे़ बुजुर्गों से मिलते हैं। दान देने के पुण्य का लाभ सबसे ज्यादा जैन समाज ने लिया है।
वे शनिवार शाम ऋषभदेव स्थित कीका भाई धर्मशाला में आयोजित अखिल भारतीय प्रथम शिखर नाहर सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नाहर समाज ने सामाजिक चेतना का जो कार्य किया है, वह सराहनीय कदम है। जैन समाज ने सबसे ज्यादा दान करने का कार्य किया है, इसके बदले में भगवान ने भी समाज को खूब दौलत दी है।
मुख्य संयोजक अनिल नाहर ने बताया कि उद्घाटन समारोह में अतिथियों के रूप में राजेश पी. नाहर पूना, चित्तौड़ के पुलिस अधीक्षक प्रसन्न खमेसरा, सायरचंनद नाहर, चेन्नई औरंगाबाद के सुभाष नाहर, ब्यावर की वीना सोहनलाल नाहर, मसूदा के गजराज नाहर, उदयपुर के मनोहरसिंह नाहर तथा ब्यावर के सुन्दरलाल नाहर उपस्थित थे। अध्यक्षता अखिल भारतीय आत्मवल्लभ जैन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्षता संघवी सायरचंद नाहर ने की। मुख्य वक्ता के रूप में पूना के अनिल केवलचंद नाहर ने हिस्सा लिया। इससे पूर्व सुबह ध्वजारोहण माणिकचंद नाहर ने किया। नाहर ने बताया कि शाम को समाजजनों के लिए भक्ति संगीत संध्या एवं गरबा का आयोजन किया गया जिसमें इंदौर के विशाल नाहर एवं पार्टी अपनी आकर्षक प्रस्तुतियां दी।
सम्मेलन का समापन रविवार सुबह 10 बजे संपन्न होगा। समापन समारोह में परिचय सत्र, संगठनात्मक चर्चा, पुरस्कार वितरण आदि कई आयोजन होंगे। समारोह की शुरूआत मंगलाचरण और अतिथियों के दीप प्रज्जवलन से हुई। समारोह से पहले नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो विभिन्न मार्गों से होती हुई धर्मशाला पहुंची।