क्रिमिनल पुलिस के साथ अपराधियों सा व्यवहार
सुरक्षित माहौल पहली प्राथमिकता
उदयपुर। नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक अजयपाल लांबा ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता जिले में सुरक्षित माहौल देने की होगी। साथ ही आमजन की सुनवाई थाना स्तर पर ही हो जाए, उन्हें वहीं न्याय मिल जाए। थानों से काम नहीं होने की शिकायत लेकर किसी को एसपी या अन्य उच्चाधिकारी के पास जाने की नौबत न आए, इसके लिए गंभीरता से प्रयास किए जाएंगे।
जोधपुर से स्थानांतरित होकर आए आईपीएस अधिकारी अजयपाल लांबा ने पदभार ग्रहण करने के पश्चात रविवार को मीडियाकर्मियों से पहली औपचारिक मुलाकात में यह बात कही। उन्होंने कहा कि थानों में सुनवाई नहीं होने के कारण ही आमजन को उच्चाधिकारियों के पास अपने काम को लेकर पहुंचना पड़ता है, जो ठीक नहीं। थानों की इस कमजोरी को दूर किया जाएगा। एसपी लांबा ने अपनी प्राथमिकताओं पर चर्चा करते हुए बताया कि अपराध को जल्द से जल्दो पंजीबद्ध कर उसे कोर्ट तक पहुंचाया जाए, ऐसी कोशिश रहेगी ताकि कोई पेन्डें सी न रहे। कंट्रोल रूम को भी आधुनिक किया जाएगा ताकि अधिकारी से बात न होने पर कंट्रोल रूम से ही सारी जानकारी मिल जाए। सिस्टजम काम करेगा चाहे अधिकारी हो या न हो,।
संगठित अपराधियों को नए सिरे से चिन्हित किए जाने के साथ ही क्रिमिनल पुलिस के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई होगी। आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पुलिसकर्मियों के साथ भी अपराधियों जैसा ही सलूक होगा। जिले में व्यक्ति विशेष, ग्रुप विशेष के स्थान पर कानून का राज होगा, जो सभी पर लागू होगा। चाहे कोई कितना ही प्रभावशाली क्यों ने हो, अपराधी है तो उसके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई होगी। कानून तोडऩे वाले को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। एसपी लांबा ने जेलों से चलने वाली अपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने को भी अपनी प्राथमिक कार्ययोजना में बताया।
उन्होंने आम आदमी की किसी भी शिकायत या सूचना पर त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस कंट्रोल रूम को मजबूत करने की बात कही। इसके लिए यह व्यवस्था की जा रही है कि कंट्रोल रूम तक आने वाली हर शिकायत तथा उसके निस्तारण की कार्रवाई संबंधी जानकारी एसपी तक पहुंचेगी। साथ ही थाने में आगंतुक रजिस्टर रखा जाएगा। जिसमें वहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का नाम, प्रयोजन दर्ज होंगे। सीएलजी के तहत नियमानुसार सदस्यों की नियुक्ति होगी।
ट्रैफिक व्यवस्था को करेंगे रेगुलेशन
एसपी लांबा ने शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए आमजन से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि उनका विश्वास यातायात व्यवस्था के उल्लंघन पर केवल चालान बनाने में ही नहीं है। वे चाहतें हैं कि चौराहे पर वर्दी में यातायात नियंत्रण करने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मी के इशारे पर नियमों के अनुसार यातायात चले। ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी राजधर्म की पालना करते हुए ईमानदारी से ड्यूटी पूरी करें। इसके बावजूद यदि कोई ट्रैफिक पुलिस के कार्य में कोई बाधा उपस्थित करता है तो उसके खिलाफ मौके पर कार्रवाई करने के बजाय सीधे थाने में राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज किया जाएगा।