लक्ष्यराजसिंह की बारात बालांगीर रवाना
उदयपुर। मेवाड़ के पूर्व राजघराने के लक्ष्यराजसिंह की बारात मंगलवार सुबह बालंगीर (उड़ीसा) के लिए रवाना हो गई। दूल्हे के साथ करीब अस्सी मेहमान दो चार्टर विमान से रवाना हुए हालांकि बारिश की वजह से तय समय से एक घंटे देरी से विमानों ने उड़ान भरी।
इससे पहले मेवाड़ी परम्परा के अनुसार लक्ष्यराज की निकासी निकाली सिटी पैलेस से निकाली गई तथा वह होटल लीला पैलेस में पहुंचे। सुबह नौ बजे दो चार्टर प्लेन बारात ले जाने के लिए डबोक स्थित महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पर खड़े थे लेकिन बारिश व कोहरेकी वजह से एक घंटे की देरी ही विमान उड़ान भर सका। मंगलवार रात लक्ष्यराज बालंगीर की राजकुमारी निवृत्ति कुमारी के साथ फेरे लेंगे। इसके लिए बालंगीर में भुवनेश्वर राजघराने की परम्परा अनुसार 21 पंडित उनका पाणिग्रहण संस्कार कराएंगे। बारात को विंटेज कारों के जरिए भुवनेश्वर के पैलेस ले जाया जाएगा। पैलेस सूत्रों ने बताया कि 23 जनवरी गुरुवार को बारात उदयपुर लौटेगी तथा यहां दूल्हा लक्ष्यराज व मेवाड़ के पूर्व राजघराने की नई दुल्हन का स्वागत पूरे शाही लवाजमे के साथ किया जाएगा। इसके लिए विंटेज कारों के काफिले की पहले से ही तैयारी पूरी कर ली गई है। 24 जनवरी को होटल शिकारबाड़ी में शादी का रिसेप्शन होगा, जिसमे खास मेहमानों को आमंत्रित किया गया है।
आमेर के हाथी मंगल पर सवार हुए दूल्हे लक्ष्यराज
शाही बैंड बाजों, सोने-चांदी की छतरियों और हाथी व घोड़ों के लवाजमों के साथ मेवाड़ के पूर्व राजघराने के युवा लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की वर निकासी निकाली गई। 51 पंडितों ने वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ निकासी को रवाना की रस्म पूरी कराई। सिटी पैलेस में माणक चौक से बड़ी पोल तक मेवाड़ परिवार के साथ-साथ देश-विदेश से आए मेहमान समारोह में शामिल हुए। आमेर के हाथी मंगल ने पूरे श्रंगार के साथ सज-धज कर निकासी में सलामी दी।