अडिन्दा पार्श्वमनाथ में हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा
उदयपुर। सुप्रसिद्व अतिशय क्षैत्र अडिन्दा पाश्र्वनाथ में गणाधिपति गणधराचार्य कुंथसागर महाराज के आशीर्वाद से तीन दिवसीय भव्य वेदी प्रतिष्ठा एवं महामस्तकाभिषेक महोत्सव हुआ। इससे पूर्व गत रात्रि हुए कवि सम्मे लन में जनसैलाब उमड़ पड़ा। लोगों की भीड़ थामे नहीं थम रही थी।
ट्रस्ट के अध्यक्ष पूरणमल लोलावत, सचिव भगवती लाल टाया, अन्य ट्रस्टी व पडित महिपाल जैन मुम्बई, विनोद कुमार पगारिया सागवाडा़, दिनेश कुमार जैन अदवास के नेतृत्वि में धार्मिक अनुष्ठान प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न कराया गया। शांतिधारा अभिषेक के पश्चात सर्वशक्ति महायज्ञ हुआ साथ ही सुमेरू पर्वत पर स्थित वेदियों की 81 कलशों से शुद्वि हुई व नुतल वेदीयों में जिन प्रतिमाओं की स्थापना की गई। मूलनायक भगवान के अभिषेककर्ता ललित कुमार छाया, सुमेर पर्वत मदन लाल हिंसावत, पद्म सरोवर कमल कुमार सगोटीया, नंदीश्वर द्वीप गिरधारी लाल भादावत, मानस्तंभ शान्ति लाल संगावत, सौधर्म पारसमल टिमरूवा, कुबेर इन्द्र भरत कुमार पंचौली, ईशान इन्द्र, सम्पत कुमार कासलीवाल, यज्ञ नायक मांगीलाल नावडिया, पत्रिका विमोचन राजकुमार संगावत, महामस्तकाभिषेक एवं हेलिकोप्टर से पुष्प वर्षा जयश्री दीदी, पूनम दीदी एवं सुरेश कुन्तीगिरी द्वारा की गई। समस्त ट्रस्टी गणों को समाज के शिरोमणि अलंकार स्मृति चिन्ह ट्रस्ट अध्यक्ष पूरणमल लोलावत, दीपक जैन आदि को प्रतीक चिन्ह व शॉल उठाकर अभिनंदन किया गया।
चिडि़या जैसी आंख नहीं, हमको आंख दिखाता है
कवि सम्मेलन की अध्यक्षता ट्रस्ट अध्यक्ष पुरणमल लोलावत ने की। मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक रणधीर सिंह भीण्डर तथा विशिष्ट अतिथि पूर्व सरपंच धर्मराज मियावत थे। शुरुआत कवियत्री निशा पंडित उज्जैन की सरस्वती वंदना से हुई। बलवंत बल्लू ऋषभदेव ने ना कोई चिन्ता ना कोई फिकर, अब तो ह्दय भी हार्ड है, बेटा रोटी दे या ना दे अपने तो आधार कार्ड है। राजदीप बादल शकरगढ़ ने टेबलेट पीसी और पेन्शन पटा न पाया वोट, जनता को जंतर मंतर 16 को लोट यो तो कोरो ट्रेलर हो जी पूरी पिक्चर तैयार दिल्ली को दिल्ली धडक गयो सुण मोदी की ललकार है। दीपक पारीक, भीलवाडा अपने भविष्य के अक्षर अपने हाथों काले मत करो बच्चों को संस्कार दो, कम उम्र में मोबाइल के हवाले मत करो। बाबू बंजारा बांरा गांधी बाबा वापस आजा देख दशा आजादी की थारा चेला कथा माण्डरथा भारत की बर्बादी की जनता का सुख दुख सुयान आपणो नातो तोड लियो सता मद में डुब गया सब कुर्सी सु नातो जोड़ लियो तार तार करदी आजादी-आजादी लाज बचाल्ये खादी की। पार्थ नवीन प्रतापगढ ना हिन्दू बनेगा ना मुसलमान बनेगा। आसाराम की औलाद आसाराम बनेगा। अशोक चारण जयपुर सीमा पार खडा एक बौना हमको नित धमकाता है चिडि़या जैसी आंख नहीं और हमको आँख दिखाता है। (चीन के सन्दर्भ में)। सिद्वार्थ देवल उदयपुर भारत के सैनिक पर व राजनीति में धरती माँ कुर्बानी माँगे तो जीवन का मौल दिया काल समाहित हो जाये जब सिंहो ने मुहँ खोल दिया काँप उठा भुमण्डल हर-हर महादेव को बोल दिया धिक्कार तुम्हे पैसों की खातिर खुद से उनको तोल दिया।