गौरवशाली अतीत के वैभव के संरक्षण की जरूरत : गर्ग
कुलाधिपति ने किया अवलोकन
उदयपुर। जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विवि के इतिहास एवं संस्कृति विभाग तथा राजस्थान पुरातत्व विभाग के सहयोग से आबू रोड स्थित चन्द्रावती में चल रहे उत्खनन में किले के अन्दर बने आवासों के अवशेष स्पष्टन देखने को मिले।
उत्खनन निदेशक डॉ. जीवनसिंह खरकवाल ने बताया कि शनिवार को विद्यापीठ के कुलाधिपति प्रो. भवानी शंकर गर्ग, कुलपति प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत तथा पुरातत्व विभाग के विषय विशेषज्ञों ने स्थल का अवलोकन किया। कुलाधिपति प्रो. गर्ग ने कहा कि उत्खनन से हमारे अतीत के वैभव की जानकारी मिलती है तथा इसके संरक्षण की महत्ती आवश्यकता है। साथ ही उस समय के सांस्कृतिक, प्राकृतिक, रहन सहन, खानपान, रीति रिवाज की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है। इस हेतु विद्यापीठ की ओर से पूर्ण सहयोग किया जायेगा।
डॉ. जीवन सिंह खरकवाल ने बताया कि उत्खनन के दौरान जले हुए गेहूं तथा मूंग, लोहे की सांकल, कांच की चूडि़या, मिट्टी के खिलाने जिसमें गणेश की प्रतिमा, महिला, घोडे़ आदि खिलाने प्राप्त हुए हैं। साथ ही एक सिक्का भी प्राप्त हुआ है।