योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिविर
उदयपुर। राजकीय आयुर्वेद प्राकृतिक चिकित्सालय में चल रहे योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिविर के समापन पर राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा विकास बोर्ड, जयपुर के सदस्य सचिव डॉ. रोहिताश्व शर्मा ने कहा कि आज लोगो में आयुर्वेद चिकित्सा एवं प्राकृतिक योग के प्रति रूझान बढ़ रहा है। अतः पूरे राजस्थान को इसका लाभ लेने के उद्देश्य से यह शिविर आयोजित किये जा रहे हैं।
जिला आयुर्वेद अधिकारी हंसलता परमार ने बताया कि भारतीय जीवनशैली एवं खानपान में नियमितता रखकर शरीर को स्वस्थ रख सकते है। आज लोग अधिक खाकर बीमार हो रहे है जबकि नियमित व कम भोजन लेकर स्वस्थ रहा जा सकता है। डॉ. एकलव्य बोहरा एवं डॉ. सुशील ने बताया कि कोई भी चिकित्सा पद्धति बिना पैरामेडिकल स्टॉफ के अपनी उत्कृष्टता को प्राप्त नहीं कर सकती है। उदयपुर मे कार्यरत स्टॉफ की तारीफ करते हुए उदयपुर प्राकृतिक चिकित्सालय को मॉडल हॉस्पीटल बनाने की मांग की। इस अवसर पर शिविर प्रभारी डॉ. रतन मिश्रा ने बताया कि शिविर में आउटडोर 1268 रोगियों ने एवं इनडोर में 207 ने शिविर का लाभ उठाया है। डॉ. शोभालाल औदीच्य, डॉ. मन्जुला सुखवाल, डॉ. रामबाबू, डॉ. एकलव्य बोहरा, डॉ. आशा पानेरी, डॉ. राजीव भट्ट, डॉ. चन्द्रभान शर्मा, डॉ. विद्या आचार्य, योगविद् अशोक उदयवाल, भूरीलाल, मांगीलाल, दामोदर, अशोक भट्ट, कृष्णा, कनक, विनोद, प्रभुलाल, आसिफ, पंकज जैन का सम्मान किया गया।