उदयपुर। देश की कृषि शिक्षा में अव्वल रहने के कारण 68 कृषि विश्वविद्यालयों में से महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर को महिंद्रा एण्ड़ महिंद्रा लि. कम्पनी की महिंद्रा समृद्धि योजना के तहत वर्ष 2014 का ‘कृषि शिक्षा सम्मान‘ प्रदान किया गया।
नई दिल्ली के होटल अशोका में आयोजित सम्मान समारोह में कृषि राज्य मंत्री तारिक अनवर ने यह पुरस्कार महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के कुलपति प्रो. ओ. पी. गिल को प्रदान किया। पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं रु. 2.11 लाख नकद प्रदान किए गए।
उन्होंने कृषि में नवोन्मेषी तकनीकों के माध्यम से उत्पादन व ग्रामीण समृद्धि को बढ़ाने के लिये अधिष्ठाताओं एवं निदेशकों के कुशल मार्गदर्शन और सीताफल के प्रसंस्करण में उद्यानिकी के डॉ. आर. ए. कौशिक व उनकी टीम व प्रतापधन पर आधारित आंगन की कुक्कुटशाला के लिए ड़ॉ. एस. पी. टेलर व उनकी टीम को उल्लेखनीय योगदान हेतु बधाई भी दी।
विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेषक प्रो. पी. एल. मालिवाल ने बताया कि राजस्थान में सीताफल का लगभग 26,000 टन उत्पादन, 20 हजार हेक्टेयर में होता है तथा ऐसा देखा जाता है कि इसमें से आधा सीताफल खराब हो जाता है। यदि सीताफल से उच्च गुणवत्तातयुक्त मूल्य सवंर्धित उत्पाद बनाए जाएं तो राजस्थान के जनजातीय किसानों को सीधा लाभ मिल सकता है।