शहीद दिवस से पूर्व वाहन रैली, रक्तदान व सभा
उदयपुर। जिन्हें भगतसिंह के बारे में मालूम नहीं है, वे कुछ भी बयान दे रहे हैं। जनता को उनसे सावधान रहना चाहिये, जो अपने राजनैतिक हितों व स्वार्थ के लिए शहीदों का नाम लेते हैं लेकिन वास्तविकता में उन शहीदों के विचारों की दुश्मन है।
ये विचार भारत की जनवादी नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष एवं पार्षद राजेश सिंघवी ने शहीदे आजम भगत सिंह के 84वें शहादत दिवस के पूर्व आयोजित रैली एवं रक्तदान के अवसर पर हाथीपोल चौराहा पर सभा में व्यक्त किये। सिंघवी ने कहा कि अच्छी बात है कि आज देश में कई राजनैतिक दल, संगठन, संस्थाएं भी शहीद भगत सिंह का शहादत दिवस मना रहे हैं, लेकिन दुख इस बात का है कि इनमें से अधिकांश को भगत सिंह के जीवन एवं विचारों के बारे में जानकारी नहीं है। सिंघवी ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी द्वारा पिछले दिनों भगत सिंह के अण्डमान जेल में यातनाएं भुगतने वाले दिये गये बयान व भाजपा के ही प्रधानमंत्री पद के पूर्व दावेदार लालकृष्ण आडवाणी द्वारा अपनी किताब में भगत सिंह को एसेम्बली बम केस में फांसी की सजा होने की बात पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि भगत सिंह ने कभी अण्डमान जेल नहीं देखी और भगत सिंह एसेम्बली बम केस में आजीवन कारावास व लाहौर षडयंत्र केस जिसमें सांडर्स की हत्या हुई, में फांसी की सजा हुई थी।
आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए नौजवान सभा के जिला सचिव ललित मीणा ने कहा कि शहीदे आजम भगत सिंह ने बहरी अंग्रेजी सरकार के सामने जनता की आवाज पहुंचाने के लिए एसेम्बली में बम फैंकते हुए नारा लगाया कि ’’बहरों को सुनाने के लिए धमाकों की जरूरत है लेकिन दुख की बात है कि आजादी के 67 वर्ष बाद आज की सरकारों का चरित्र भी ऐसा ही है, जो आम जनता की आवाज व दुख दर्द को सुनने को तैयार नहीं है। बार की पूर्व वित्त सचिव स्वाति रॉबर्ट ने कहा कि आज देश की जनता को भगत सिंह को कमी खलती है। उन्होंने कहा कि देश की जनता को बच्चे के जन्म से ही भगत सिंह को आदर्श मानकर उनकी बहादूरी व जनता के प्रति वैचारिक प्रतिबद्धता को समझाना होगा।
सभा में सामाजिक कार्यकर्ता के. आर. सिद्दीकी, बिल्डिंग वर्कर्स मजदूर एकता यूनियन के अध्यक्ष मुनव्वर खां, नौजवान सभा के जावेद खान आदि ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व कार्यकर्ताओं ने भगत सिंह के होर्डिंग व प्लेकार्ड के साथ एक रैली निकाली, जो टाउन हॉल से प्रारम्भ होकर सूरजपोल, झीणीरेत, सिंधी बाजार, घण्टाघर, हाथीपोल, चेटक सर्कल होते हुए सार्वजनिक चिकित्सालय पहुंची। यहां नौजवान सभा के कार्यकर्ताओं ने रक्तदान किया। 23 मार्च को शाम 6 बजे शहीदे आजम भगत सिंह के मूर्ति स्थल पर शहादत दिवस का कार्यक्रम होगा।