मुरारी बापू इन चित्तौड़ फेस्टिवल 31 मार्च से
उदयपुर। भक्तिमती मीरा की नगरी में होने वाली रामकथा की तैयारियां अंतिम चरणों में है। मुरारी बापू इन चित्तौड़ का आयोजन पूरी भव्यता लिए है। बाजार एवं चौराहे बापू के स्वागत के लिए सज चुके है। गुरुवार को बापू के गृहस्थयल महुवा से 11 फीट की अष्टवधातु निर्मित 5 टन वजनी हनुमानजी की प्रतिमा भी यहां पहुंच गई।
मीरा की भूमि चित्तौड़ में 31 मार्च से 8 अप्रेल तक संत कृपा सनातन संस्थान की ओर से आयोजित मुरारी बापू इन चित्तौड़ रामकथा के लिए गुरुवार सुबह हनुमान प्रतिमा को कथा स्थल पर क्रेन की सहायता से मुख्य मंच पर उतारा गया। बापू के कथा स्थल व्यासपीठ के सजने का काम भी षुरू हो गया है।
मंच, व्यासपीठ की होगी अदभुत छटा : कथा स्थल चित्रकूट धाम में स्थित 50 गुना 60 फीट के मंच पर व्यासपीठ पर बापू विराजेंगे और उनके पीछे विशाल हनुमान प्रतिमा और पीछे दुर्गराज चित्तौड़गढ़ का दृष्य आकर्शण का केन्द्र होगा।
पाण्डाल में नहीं होगा गर्मी का अहसास : कथा स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गर्मी को देखते हुए विशेष व्यवस्था की जा रही है। धाम में पाण्डाल का निर्माण इस तरह से किया जा रहा है कि गर्मी का अहसास कम से कम हो। पाण्डाल में एसी, कूलर, पंखे के साथ ही दस स्प्रिंकलर भी लगाये जा रहे है और पाण्डाल के ऊपर भी स्प्रिंकलर स्थापित किये जा रहे है।
स्टेडियम के दोनों द्वारों से रहेगा प्रवेश : चित्रकूट धाम में श्रद्धालुओं के लिए इंदिरा गांधी स्टेडियम के मुख्य द्वार के साथ ही बाईपास रोड स्थित पश्चिमी दरवाजे से भी आवाजाही रहेगी। स्टेडियम के दक्षिण में माध्यमिक विद्यालय की ओर से प्रवेश द्वार से आवाजाही वर्जित रहेगी तथा यह द्वार सिर्फ भोजनशाला में आने जाने के लिए काम में लिया जाएगा। प्रतिदिन दो लाख पानी के पाऊच : संस्थान की ओर से कथा में आने श्रद्धालुओं के लिए जलपान की समुचित व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन पाण्डाल में पानी के दो लाख से अधिक पाउच वितरित किए जाएंगे। इसके साथ ही कथा स्थल के बाहर पानी के 12 काउण्टर भी स्थापित किये जाएंगे।
सजने लगा है पाण्डाल : चित्रकूट धाम में श्रद्धालुओं के बैठने के लिए छायादार भव्य पाण्डाल बनाया गया है । पाण्डाल का निर्माण करने वाले भावनगर गुजरात से पहुंचे धीरू भाई ने बताया कि गत 10 दिनों से 50 से अधिक कारीगर पाण्डाल निर्माण में जुटे हुए हैं। पाण्डाल में 8 सौ सोफे के साथ ही 10 हजार कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। पाण्डाल में ही डबल कार्पेट भी बिछाया गया है जो गद्दे का काम करेगा। पाण्डाल निर्माण में विशेष ध्यान रखा गया है कि किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी ना हो। पाण्डाल में करीब एक लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था गई है। चित्रकूट धाम में बनाया जा रहे पाण्डाल को एक हजार ट्यूब लाइट्स तथा मर्करी लाइट्स से जगमग किया जायेगा। लाईटिंग व्यवस्था संभाल रहे गोवर्धन भाई ने बताया कि पाण्डाल में सभी व्यवस्थाओं को 30 मार्च तक पूर्ण कर लिया जाएगा।