हॉर्स शो, नाव प्रतियोगिता तथा काइट शो होंगे, जिला कलक्टर की ओर से स्थानीय अवकाश घोषित
उदयपुर। जिले में मेवाड़ समारोह के तहत 2 से 4 अप्रैल तक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ गणगौर सवारी प्रतियोगिता, हॉर्स शो, नाव प्रतियोगिता एवं काइट शो इस बार पर्यटकों एवं शहरवासियों को विशेष रूप से आकर्षित करेंगे। जिला कलक्टर की ओर से गणगौर पर स्थानीय अवकाश घाेषित किया गया है।
पर्यटन विभाग की उपनिदेशक सुमिता सरोच ने बताया कि 2 अप्रैल को विभिन्न समाजों द्वारा गणगौर सवारी निकाली जाएगी। सर्वश्रेष्ठ गणगौर शोभायात्रा प्रतियोगिता घण्टाघर से गणगौर घाट तक सायं 4 से 6 बजे तक किया जाएगा। शाही गणगौर नाव की शोभायात्रा बंशी घाट से गणगौर घाट सायं 6 से 7 बजे तक निकाली जाएगी। राजस्थानी लोक कलाकारों की प्रस्तुति गणगौर घाट पर सायं 7 बजे से जिसमें चरी, घूमर, मयूर और फूल होली, लंगा आदि मुख्य आकर्षण रहेगें। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद आतिशबाजी की जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान 3 अप्रैल को सुबह 11 बजे से नाव दौड प्रतियोगिता का आयोजन फतहसागर झील में एनसीसी नेवल विंग द्वारा किया जायेगा। पर्यटन विभाग द्वारा सायं 7 बजे से गणगौर घाट पर राजस्थानी लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां व सर्वश्रेष्ठ विदेशी युगल राजस्थानी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। शुक्रवार 4 अप्रैल को प्रात: 11 बजे से सायं 4 बजे तक गांधी ग्राउण्ड पर मारवा$डी नस्ल के अश्वों के कल्याण, संरक्षण, संवद्र्घन एवं विकास को दृष्टिगत रखते हुए हॉर्स शो का आयोजन पशुपालन विभाग द्वारा किया जायेगा। जिसमें अश्वों के लिए सर्वश्रेष्ठ घोडा़, घोडी़, बछेरा, बछेरी, अश्व नृत्य, अश्व सजावट आदि प्रतियोगिताएं होगी। भाग लेने वाले समस्त अश्वों को एक-एक मेडिसिन किट उपलब्ध कराया जाएगा। अश्वपालक एवं अश्व प्रेमियों के ज्ञानवर्धक एवं उपयोगार्थ ‘उन्नत अश्व प्रबन्धन‘ पुस्तिका का प्रकाशन कर वितरण किया जाएगा। इसी दिन सुबह 11 बजे से सायं 7 बजे तक काईट शो का आयोजन किया जायेगा। जिसमें जोधपुर के अली असगर व उदयपुर के अब्दुल कादिर द्वारा विभिन्न प्रकार की पंतगों का प्रदर्शन किया जायेगा। अब्दुल कादिर ख्यातनाम अंतरराष्ट्रीय पतंगबाज है जिन्होंने देश-विदेश के कई पतंग उत्सवों में भाग लिया है। कादिर एक साथ 100 एलईडी लाइट वाली पतंग उडा़एंगे। इसी दिन सायं 4 से 6 बजे तक नेहरू गार्डन में जनजातीय अनुसंधान संस्थान द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। जिसमें भील कलाकारों द्वारा घूमर, डांगडी एवं गैर नृत्य की प्रस्तुतियां दी जाएगी तथा सायं 7 बजे से फतहसागर की पाल पर राजस्थानी लोक कलाकारों द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियां और मिस्टर व मिस मेवाड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। मिस्टर व मिस मेवाड प्रतियोगिता 18 से 30 वर्ष के आयु वर्ग में आयोजित की जाएगी।