उदयपुर। राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल से आम जनता इतनी त्रस्त हो चुकी है कि अब उसे नरेन्द्र मोदी ही आशा की किरण के रूप में दिख रहा है। यही कारण है कि विधानसभा चुनाव में भी हमें 115-118 की उम्मीद से बहुत अधिक 160 से अधिक सीटें मिलीं।
यह सिर्फ मोदी का ही चमत्कार था जब उन्होंने यहां राजस्थान में सभाएं ली और पार्टी को इतनी अधिक सीटें मिलीं, इसलिए यह चुनाव कोई पार्टियां नहीं बल्कि आम जनता लड़ रही है और वह कांग्रेस के विरोध में लड़ रही है। वे पार्टी कार्यालय में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश निर्णायक मोड़ पर है। भाजपा का चुनावी नारा भी यही है कि वोट फॉर इंडिया। मोदी खुद कहते हैं कि वोट फॉर मोदी नहीं बल्कि वोट फॉर इंडिया। न तो केन्द्र की यूपीए सरकार और न ही राज्य की पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार, जनता को राहत दे पाई।
उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार की उपलब्धियों के बारे में बात करें तो भ्रष्टाचार, बड़े बडे़ घोटाले, बांग्लादेशियों को देश में स्थापित करना, चीन-पाकिस्तान से हमारी सीमाओं की सुरक्षा तक नहीं कर पाना, सैनिकों के सिर काट ले जाने के बावजूद प्रधानमंत्री का चुप्पी साधे रहना आदि रही हैं। कुछ तो यहां का कानून ही इतना कमजोर है कि बांग्लादेशियों को पकड़कर सीमा पार छोड़कर आते हैं कि वे वापस आ जाते हैं। जयपुर में तो गहलोत सरकार ने बाकायदा बांग्लादेशी बस्ती तक स्थापित कर दी थी।
उन्होंने कहा कि परमाणु विस्फोट के बाद जब हमें विश्व से जाति बिरादरी से बाहर कर दिया गया था तब भी अटलजी ने अपने स्तुर पर काफी समस्याओं का हल किया। एक रुपया पेट्रोल के दामों में वृद्धि कर स्वर्ण चतुर्भुज की योजना बनाकर पूरे देश को सड़कों से जोड़ दिया। फिर जब अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री को सत्ता सौंपी तो सभी को उम्मीद थी कि अब विकास दर 8 से उपर ले जाएंगे। देश प्रगति की ओर अग्रसर होगा लेकिन आज दस वर्ष बाद विकास दर 4 रह गई है। महंगाई बेकाबू हो गई है। युवा बेरोजगार होकर परेशान है। आज पेट्रोल के दामों में 34 रुपए वृद्धि के बावजूद जस की तस स्थिति है। देश की नदियों को जोड़ने का काम वहीं का वहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कमर तो उसके किए गए घोटालों ने तोड़ दी। आज जब छोटे से छोटा कर्मचारी दो-पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते ट्रेप किया जाता है तो उसका सवाल सरकार से सीधे 1 लाख 76 हजार करोड़ रुपए का घोटाला करने वाले के बारे में होता है लेकिन सरकार के पास उसका कोई जवाब नहीं होता। पिछली गहलोत सरकार की खामियां यूं तो कई थी लेकिन प्रशासनिक पकड़ और सूझबूझ के अभाव में उनकी योजनाएं सफल नहीं हो पाई। एकमात्र नरेगा में जो पैसा लगाया गया, उनसे एसेट्स बनाए जा सकते थे लेकिन पैसा भी गया और एसेट्स भी नहीं बने।
राज्य की वसुंधरा सरकार की 60 दिन की योजना के बारे में उन्होंने कहा कि इतने छेद हैं कि थेगले लगा लगाकर परेशान हैं। हम हेडक्वार्टर तक नहीं छोड़ पा रहे हैं। फिर भी हमने इतने कम समय में सर्विस बोर्ड का गठन किया है जिसके तहत 45 प्रतिशत आरक्षित तथा शेष 55 प्रतिशत स्थानीय लोगों को कोटा मिलेगा। गरीब आदिवासी के लिए कड़ा किया गया वन कानून हमने वापस बदला है। जिस गरीब आदिवासी का रोजाना जंगल से काम पड़ता है, वह टहनी काटने के बदले 25 हजार रुपए जुर्माना और 7 साल की कैद नहीं भुगत सकता। मिडिल बोर्ड पूर्व सरकार ने खत्म कर दिया था जिसे हमने वापस लागू किया है। साथ ही उसे ऑप्शनल कर दिया है। जिसकी इच्छा हो वह बोर्ड से दे अन्यथा साधारण रूप से ही परीक्षा दे। टेट के बारे में कुछ निर्णय करते तब तक आचार संहिता लग चुकी थी। जल्द ही इस बारे में भी निर्णय किया जाएगा।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा पूरे देश में न सिर्फ 272 सीटें अपने दम पर जीतेगी बल्कि एनडीए 300 का आंकड़ा पार कर जाएगी। संभाग की पांचों सीटें मोदी के खाते में जाएंगी। जसवंत सिंह के बारे में उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह को भाजपा ने ही बनाया और आज उसी भाजपा से वो किनारा कर गए, जो बिल्कु ल ठीक नहीं है। सभी की इच्छाएं पूरी हो सकें, ऐसा संभव नहीं है। पत्रकार वार्ता में लोकसभा चुनाव प्रभारी प्रमोद सामर, अधिवक्ता रोशनलाल जैन, जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, कुंतीलाल जैन, चंचल अग्रवाल, लोकेश द्विवेदी आदि मौजूद थे।