उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से 28 अप्रेल से बागोर की हवेली में ‘मूकाभिनय कार्यशाला’ (माइम वर्कशॉप) का आयोजन किया जाएगा जिसमें मूकाभिनय कला के विभिन्न तत्वों की जानकारी के अलावा मूक नाटकों के मंचन का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
केन्द्र निदेशक शैलेन्द्र दशोरा ने बताया कि युवा एवं किशोरवय के रंगकर्मियों तथा जिज्ञासुओं को मूकाभिनय कला के विभिन्न आयामों की जानकारी देने तथा संभागियों को कला प्रदर्शन हेतु मंच प्रदान करने के ध्येय से आयोजित कार्यशाला में अभिनय कला के साथ-साथ योग, नृत्य, मेकअप, संगीत, ध्वनि प्रभाव और प्रकाश संयोजन का ज्ञान विशेषज्ञों द्वारा करवाया जायेगा ताकि मूकाभिनय कलाकार को मूक कला प्रदर्शन में काफी सहायता मिल सके। उन्होंने बताया कि केन्द्र के कार्यक्रम अधिकारी एवं मूकाभिनय फैलो विलास जानवे कार्यशाला के प्रभारी होंगे।
कार्यशाला में भाग लेने के इच्छुक संभागी बागोर की हवेली से निर्धारित फार्म प्राप्त कर सकते हैं तथा संभागियों के चयन के लिये 25 अप्रेल को साक्षात्कार होगा। चयनित अभ्यर्थी 28 अप्रेल से 10 मई तक आयोजित कार्यशाला में भाग ले सकेंगे। कार्यशाला की सम्पूर्ण अवधि का प्रशिक्षण शुल्क दो सौ रूपये रखा गया है। केन्द्र निदेशक दशोरा ने बताया कि कार्यशाला के समापन पर 11 मई को शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में प्रतिभागी कलाकार मूकाभिनय की सामूहिक प्रस्तुति देंगे।