पोस्टर तथा रैली से दिया जागरूकता का संदेश
पृथ्वी दिवस पर हुए विविध आयोजन
उदयपुर। धरती की यही पुकार, वृक्ष लगातार करें श्रृंगार, वृक्ष जीवनदाता है, हमें इसे बचाना है, जीव जन्तु करें पुकार-प्रकृति को दो नया उपहार, एक वृक्ष-100 पुत्रों के समान आदि के नारों के साथ जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वपविद्यालय के संघटक बीएसटीसी के छात्र एवं छात्राओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ विश्व् पृथ्वी दिवस पर रैली निकाल कर जागरूकता का संदेश दिया।
जनजागरण रैली को प्राचार्य डॉ. आर. पी. सनाढ्य, अधिष्ठाता अरूण पानेरी, डॉ. सरोज गर्ग, ओसीडीसी के प्रभारी डॉ. ललित श्रीमाली ने हरी झण्डी दिखाकर रैली को रवाना किया। रैली महाविद्यालय से प्रारंभ हो कर डबोक चौराहा, डबोक के आस पास के गावों में होती पुनः महाविद्यालय में सम्पन्न हुई।
जागरूकता का संदेश : प्रभारी डॉ. ललित श्रीमाली ने बताया कि ओपन चाइल्ड डवलपमेंट सेन्टर के 200 बच्चों ने चित्रकला व पोस्टर प्रतियोगिता के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसमें पर्यावरण को बचाने के पोस्टर बनाये गये। इस अवसर पर विेजेता बच्चों को पारितोषिक दिया गया। इस अवसर पर रेखा दाधीच, महेश प्रसाद चतुर्वेदी, रजनी शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए।
पर्यावरण पर संवाद
धरती, पानी, हवा और आकाश में बढ़ रहे प्रदूषण, वनों का विनाश, अत्यधिक जल उपयोग एवं प्रकृति के अत्यधिक दोहन को पृथ्वी दिवस पर सज्जनगढ़ में आयोजित उपली बड़ी उच्च प्राथमिक विद्यालय के छात्रों एवं पर्यावरण हितैषियों के मध्य हुए संवाद में खतरनाक बतलाया। छात्रों, शिक्षकों, पर्यावरण प्रेमियों, दिल्ली, हैदराबाद एवं यूरोप से आए सैलानियों ने शपथ ली कि हम सभी अपने घर के साथ साथ अपने मोहल्ले को साफ़ रखने में अपना योगदान देंगे।
बड़ी विद्यालय, पर्यावरण शिक्षा समिति, झील हितेषी नागरिक मंच, पहल वन विभाग एवं डॉ. मोहनसिंह मेहता मेमोरियल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजन किया गया।
पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. सतीश शर्मा ने कहा कि पृथ्वी को आदमी के जीने लायक बनाए रखने के लिए जल, थल एवं नभ को प्रदूषणरहित बनाने के साथ वनों का संरक्षण, जानवरों का संरक्षण, पेयजल स्त्रोतों का संरक्षण जरुरी है। डॉ. मोहनसिंह मेहता ट्रस्ट के सचिव नंदकिशोर शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए।