रोटरी क्लब उदयपुर हेरिटेज की मेजबानी में ट्रेनिंग असेंबली
उदयपुर। रोटरी सिर्फ फैलोशिप ही आयोजित नहीं करती वरन् जनहित से जुड़ी समस्याओं व मुद्दों को न केवल प्रान्त स्तर पर वरन् अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उठाकर पीडि़तों की सहायता करने में तनिक भी देर नहीं करती। और ऐसा ही कुछ रोटरी की सीनियर लीडरशिप ने गत वर्ष जून में उत्तराखण्ड में आयी सुनामी के कारण स्कूल व घर तक तबाह हो जाने पर यह निर्णय किया कि रोटरी उत्तराखण्ड और रूद्र प्रयाग के 175 स्कूलों को पुर्नस्थापित करेगा।
इस योजना मे 24 सौ करोड़ रुपए व्यय होंगे। इस राशि में रोटरी डिस्ट्रीक्ट 3052 भी अपना अंशदान देने में पीछे नहीं रहा है। इसके लिए पूर्व प्रान्तपाल बधाई के पात्र है। उक्त बात रोटरी क्लब उदयपुर हेरिटेज की मेजबानी में शनिवार को शोर्यगढ़ रिसोर्ट में आयोजित दो दिवसीय डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग असेंबली में रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय के पूर्व निदेशक वाई.पी. दास ने बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि छोटे व बड़े सेवा काय करने से उन पीडित लोगों की अनगिनत दुआएं मिलती है जो इस सेवा से लाभान्वित होते है। यह ट्रेनिंग प्रोग्राम हमें सीख देता हैं कि हम यहंा अपने आप को शिक्षित करते हुए सेवा कार्यो व समर्पण की शिक्षा को ग्रहण करें व मानव मात्र की सेवा करें। उन्होनें बताया भविष्य की योजनाओं के तहत रोटरी 2017 को शताब्दी वर्ष मना रहा हैं बेहतर बदलाव के लिए।
अन्य वक्ता ए. पी. सिंह ने कहा कि कुछ लोग रोते बच्चों को अपना कीमती समय देते है जिससे वह उसके आंसुओं को मुस्कान में बदल सके वह जिम्मेदार नागरिक है, रोटरी एवं लॉयन्स क्लब सेवा कार्यो के वह सेतु हैं जिसमें हम रोते हुए बच्चो के आंसुओं को मुस्कान में बदलने का कार्य कर रहे हैं। जब तक एक भी बच्चा और उसकी मां सडक़ पर सोते हैं तब तक हम यह नही कह सकते कि हमने सेवा कार्यो मे कोई आयाम स्थापित कर दिया हैं। रोटरी का हर सदस्य रोटरी का एक दूत है , रोटरी के सिद्धान्त व नियम वास्तविकता में तभी पूरे होते हैं तब प्रत्येक सदस्य एक दूत के रूप में कार्य करे।
प्रान्तपाल निर्वाचित रमेश अग्रवाल ने कहा कि रोटरी के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष सी.के. होंग ने वर्ष 2014-15 के लिए लाईट अप रोटरी का संदेश दिया हैं। इस दौरान अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष के संदेश को विडियो के माध्यम से दर्शाया। उन्होने कहा कि दुनिया के 202 देशों में फैले रोटेरियन जो आपस में एक दूसरे की भाषा नही समझते लेकिन सेवा कार्रू की भाषा को समण्ते हुए सभी कए साा मिलकर पीडि़तों की सेवा करते है।
मीट के संयोजक पूर्व प्रान्तपाल रत्नेश कश्यप ने बताया कि 99.9 प्रतिशत लोग पैदा होकर कुछ कार्य करते हुए संसार छोड कर चले जाते हैं। कुछ भाग्यशाली 1 हजार में से 1 ऐसा होता हैं जो अपने पीछे एक ऐसी पहचान, एक ऐसी छाप छोड जाता है जो सिर्फ सेवा कार्यो के माध्यम से ही संभव है लेकिन उससे पूर्व आवश्यक है कि सेवा कार्यो की टेनिंग कार्यक्रम की। उन्होनें बताया कि रोटरी के नये वर्ष की शुरूआत के साथ ही विभिन्न प्रशिक्षण नये सदस्यो को दिया जाता हैं जिसमे लक्ष्य क्या हैं, लक्ष्य प्राप्ति के लिए क्या करे इस पर विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा चर्चा कि जाती हैं तथा नये सदस्यो को सेवा कार्यो के प्रति उत्साहीत किया जाता हैं।
प्रान्तपाल अनिल अग्रवाल ने कहा कि श्रम व परिश्रम का अच्छा मिश्रण रोटरी में देखने को मिलता हैं, इस वर्ष इन्द्रधनुष की तरह ही डिस्ट्रिक्ट ने सात रंगो की तरह काम किया हैं। सेवा के नये आयाम स्थापित किये हैं जिसके लिए टीम भावना व टीम प्रथम के मूल मंत्र के साथ रोटरी ने कार्य किये हैं। रोटरी का हर सदस्य यह सोचकर सेवा कार्य करता हैं कि जिन्दगी में यह दिन फिर दोबारा नही आने वाला इस लिए इस दिन में मुझे कुछ हंसी बिखेरनी हैं तो कुछ आंसू भी पौंछने हैं।
रोटेरियन यशवन्त कोठारी ने रोटरी क्लब की जानकारी बताते हुए कहा कि रोटरी की 45 वर्षो की सेवा यात्रा में असंख्य लोगों ने यादगार क्षणो को संजोया हैं।
रोटरी क्लब उदयपुर हेरिटेज अध्यक्ष आश्ीाष बांठिया ने प्रथम सत्र के समापन पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए हेरिटेज क्लब के सदस्यों सहित सीनियर रोटेरियन एवं कार्यक्रम में शिरकत कर रहे विभिन्न 63 क्लबों के करीब 380 सदस्यों को इस कार्यक्रम के लिए अति महत्वपूर्ण बताया। द्वितीय सत्र के प्रारम्भ में पीडीजी डॉ. अशोक गुप्ता की अध्यक्षता में ई- लिट्रेसी पर सभी का ध्यान आकर्षित करते हुए पीडीजी कमल सांघवी ने बताया कि पोलियों उन्नमूलन के पश्चात सेवा कार्यो मे रोटरी क्लब की प्राथमिकता ई- लिट्रेसी की हैं जो सम्पूर्ण कार्यक्रम भारत सरकार के सहयोग एवं टीच सर्पोट प्रोग्राम के अध्यक्ष कल्याण बेनर्जी की देखरेख में हो रहा है। उन्होने बताया कि ई- लिट्रेसी प्रोगाम के तहत साउथ एशिया में निरक्षरता को समाप्त करने के लिए रोटरी ने यह बीडा उठाया हैं कि वर्ष 2017 तक भारत को निरक्षरता के कलंक से मुक्त करना हैं जिसके लिए स्कूलों में टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम, ई-लर्निंग, एडल्ट लिटेऊसी, चाईल्ड डवलपमेन्ट व हैप्पी स्कूल की थीम पर कार्य किया जायेगा।
द्वितीय सत्र में ई-लिटेसी के साथ ही क्लब फाईनेंस, फंड रेजिंग आईडिया, कम्यूनिटी सर्विस व तकनीकी सत्र का आयोजन डीजी अनिल अग्रवाल की अध्यक्षता, मेम्बरशिप, क्लब एडमिनिस्टेशन, यूथ सर्विस का आयोजन पीडीजी जस्टिस एस.एन. भार्गव की अध्यक्षता एवं पीडीजी अजय कालरा व पीडीजी निर्मल सिंघवी की अध्यक्षता में भी तकनीकी सत्रों का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में मीट चेयरमैन अनुभव लाडिया, रोटरी हेरिटेज अध्यक्ष आशीष बांठिया, मीट सेकेट्री संजीव जोधावत, क्लब सेकेट्री राहूल भटनागर, रोटरी क्लब अध्यक्ष बी. एल. मेहता, सुरेन्द्र सिंह, गजेन्द्र जोधावत, सीमा सिंह, स्वीटी छाबडा़, मधु सरीन आदि अनेक रोटेरियन उपस्थित थे।