पैराथाईराइड ऐडिनोमा का किया सफल ऑपरेशन
उदयपुर। भीलों का बेदला प्रतापपुरा स्थित पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में एक जटिल बीमारी पैराथाईराइड ऐडिनोमा का सफल ऑपरेशन किया गया। इस बीमारी में ऋषभदेव के बिलख निवासी 50 वर्षीय वेणू बाई मीणा का तीन साल पहले एक्सीडेन्ट में पांव में फ्रेक्चर हो गया इसके दो साल बाद अपने आप दूसरे पांव में हो गया।
घर वालों ने वेणू वाई को डॉक्टर को दिखाया तो प्लास्टर चढा दिया लेकिन कुछ दिनो बाद उसी पैर में अपने आप फिर से फैक्चर हो गया। उन्होंने अपनी इस बीमारी को कई जगह दिखाया लेकिन अशिक्षा और महंगे इलाज के चलते वह वेणू वाई का इलाज कराने में असमर्थ थे। सर्जन डॉ. के. सी. व्यास ने बताया कि शरीर मे गले में श्वास नली के पास थाईराइड ग्रंथि के पीछे चार पैराथाईराइड ग्रंथि होती है। ये शरीर में पैराथाईमोन हार्मोन के जरिए कैल्शियम एवं फास्फोरस का स्तर स्थिर वनाए रखती है। किसी ग्रन्थि के बड जाने (ट्यूमर) अथवा चारों ग्रन्थि के अधिक कार्य करने पर पैराथाईमोन का अत्यधिक स्त्राव होता है जिससे हड्डियों में कैल्शियम मोबिलाइज होकर रक्त में कैल्शियम की मात्रा को बडाता है तथा हड्डीयॉ को कमजोर कर देता है जिसके चलते हड्डियों में बार-बार फैक्चर हो जाता हैं। वेणू बाई ने जब इसे पीएमसीच में आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विपिन वक्शी को दिखाया तो जॉच करने पर पैराथाईराइड ऐडिनोमा के लक्षण नजर आने पर इनका यहॉ पर निःशुल्क सफल ऑपरेशन किया। वेणू वाई मीणा अब पूर्ण रूप से स्वथ्य हैं। इस जटिल ऑपरेशन को डॉ. के. सी. व्यास, डॉ. गौरव वधावा और अजय चौधरी की टीम ने अंजाम दिया।